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अखिलेश मिश्रा के कार्यकाल को इतिहास के पन्नों में दर्ज किया जाएगा

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लोकेशन

दैनिक प्राईम संदेश कोरिया छत्तीसगढ़

 

संभाग हेड अजीमुदिन अंसारी

हेडलाइन

 

कोरिया उप वनमंडल अधिकारी

अखिलेश मिश्रा के कार्यकाल को इतिहास के पन्नों में दर्ज किया जाएगा

 

लाल चंदन से बनेगी कोरिया जिला की एक अलग पहचान

 

कोरिया जिले अंतर्गत वनमण्डल बैकुंठपुर कोरिया यूं तो अपने सघन वन क्षेत्र के लिए जाना जाता है । छत्तीसगढ़ राज्य में 33 जिलों के अनुसार सर्वाधिक वन क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रथम नारायणपुर और द्वितीय अविभाजित कोरिया है। इस घने जंगल के संरक्षण एवं संवर्धन सहित वन्य जीव संरक्षण की दिशा में कोरिया का वन मण्डल बैकुंठपुर अप्रत्याशित रूप में विकसित है। इस महत्वपूर्ण विभाग के अंतर्गत संचालित अति महत्वपूर्ण योजना को धरातल पर उतारकर आदर्श कार्य कुशलता का पर्याय बने कोरिया वनमण्डल के उपवनमण्डलाधिकारी अखिलेश मिश्रा जिनके मार्गदर्शन में हुए ऐतिहासिक कार्य जो अपने कार्य कुशलता से विभाग में वो नाम कमा चुके हैं जो शायद ही किसी अधिकारी के हाथ लगे। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि

 

चामट पहाड़ पर सड़क का निर्माण असंभव को संभव करने जैसा था जिसे संभव कर दिखाया कोरिया वनमंडल एसडीओ अखिलेश मिश्रा ने। आपको बता दें की कोरिया जिले के पटना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत करहिया खांड देवगढ़ के चामट पहाड़ के नीचे 2 दशक पहले वन विभाग को खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्तियां, मंदिर के गुम्बद व अवशेष मिले थे। इसके बाद ग्रामीण कुटिया बनाकर चामट पहाड़ के आराध्य देव बाबा चौरसिया के नाम से मूर्तियों की स्थापना कर इसे देवगढ़ स्थल के रूप में पूजन करने लगे। साढ़े 13 किमोलीटर ऊंची पहाड़ी पर बना यह आस्था का केंद्र लोगों को यहां तक पहुंचनें में भारी मशक्कत करनी पड़ती थी । तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में इस चामट पहाड़ पर सड़क मार्ग निर्माण करने को लेकर लोगों ने गुहार लगाई जिसे उप-वनमण्डलाधिकारी अखिलेश मिश्रा ने जनभावना को ध्यान में रखते हुए प्रथमिकता के साथ इस ऊंचे पहाड़ पर सुगम रास्ता तैयार कर 13 किलोमिटर लंबी सीसी सड़क का निर्माण कराया जो ऐतिहासिक कार्यों में इंगित हुआ।

आनंदपुर नर्सरी इस हाइटेक नर्सरी में हर साल तैयार होते हैं 12 लाख पौधे तैयार।

जानकारी अनुसार कोरिया जिले के वनपरिक्षेत्र बैकुंठपुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम आनंदपुर में निर्मित हाइटेक केंद्रीय रोपणी में हर साल 12 लाख से अधिक पौधे तैयार कर गांव-गांव सहित दूसरे जिले तक आपूर्ति होती है। नर्सरी में सबसे खास बात मांग के हिसाब से नीलगिरी के क्लोनल पौधे तैयार होते हैं। परिसर में मिनी सिडलिंग प्लांट बनाकर बेड सिस्टम से जर्मीनेशन से 50-60 हजार पौधे प्रोडक्शन करने की क्षमता है जो की 8-10 हेक्टेयर

एरिया में फैला हुआ है।

 

कोरिया वनमण्डल में वर्ष 2002 में हाइटेक आनंदपुर केंद्रीय रोपणी वर्तमान पदस्थ एसडीओ अखिलेश मिश्रा के द्वारा बनाया गया था। अखिलेश मिश्रा वनपाल से डिप्टी रेंजर, एवं रेंजर पद से परिश्रम करते हुए वर्तमान एसडीओ पद पर विराजमान है। जानकारी अनुसार आनंदपुर हाईटेक नर्सरी कि जब शुरुआत हुई थी तब यह घना जंगल हुआ करता था जहाँ इस क्षेत्र में पानी कि काफी किल्लत हुआ करती थी, कटगोणी जंगल में भूमिगत कोयला खदान भी है क्षेत्रवासि इस जल की समस्या काफ़ी परेशान थे। जिसको देखते हुए अखिलेश मिश्रा के अथक प्रयास से आनंदपुर में कई तालाबों एवं स्टाफ डेमो का निर्माण करवा कर आनंदपुर ग्राम पंचायत में जल समस्या को दूर किया गया। यहाँ के ग्रामीणों का कहना है की आनंदपुर में बोर करने से प्रत्येक बोर में पानी आसानी से मिल रहा है यह संभव केवल अखिलेश मिश्रा की मेहनत से हो सका है इस क्षेत्र में जल स्तर का बढ़ना और यह समस्या अखिलेश मिश्रा की सोच एवं सूझबूझ से समाप्त हुआ है।

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