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बड़ी खबर::धार की सभा में GI टैग उल्लंघन का मामला

जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री को भेंट किए गए मशीन से बने नकली बाग प्रिंट स्टॉल, शिल्पियों में आक्रोश

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बड़ी खबर::धार की सभा में GI टैग उल्लंघन का मामला

जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री को भेंट किए गए मशीन से बने नकली बाग प्रिंट स्टॉल, शिल्पियों में आक्रोश

धार | 23 दिसंबर 2025 मध्य प्रदेश के धार जिले में 23 दिसंबर को आयोजित एक भव्य राजनीतिक सभा के दौरान GI टैग प्राप्त विश्वविख्यात बाग प्रिंट हस्तशिल्प के उल्लंघन का गंभीर मामला सामने आया है। सभा में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, कैलाश विजयवर्गीय, सावित्री ठाकुर सहित अन्य अतिथियों को मंच पर मशीन/स्क्रीन प्रिंट से बने नकली बाग प्रिंट स्टॉल भेंट किए गए।
जानकारी के अनुसार ये स्टॉल पारंपरिक हाथ की ठप्पा छपाई से नहीं, बल्कि मशीनों द्वारा तैयार किए गए थे। GI टैग प्राप्त होने के बावजूद इस प्रकार के नकली उत्पादों का सरकारी मंच पर उपयोग होना कानूनन उल्लंघन और बाग प्रिंट शिल्पियों की आजीविका पर सीधा प्रहार माना जा रहा है।

शिल्पियों की रोजी-रोटी पर संकट

नकली उत्पादों को बढ़ावा मिलने से बाग प्रिंट कला के अस्तित्व पर खतरा
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त बाग प्रिंट शिल्पकार मोहम्मद बिलाल खत्री ने घटना पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यदि मशीन से बने नकली बाग प्रिंट उत्पादों को इसी तरह बढ़ावा मिलता रहा, तो सदियों पुरानी हाथ की ठप्पा छपाई कला और इससे जुड़े हजारों शिल्पियों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा।

उन्होंने कहा कि बाग प्रिंट केवल ग्राम बाग की विशिष्ट पहचान नहीं, बल्कि प्राकृतिक रंगों, लकड़ी के ठप्पों और महीनों की मेहनत से तैयार होने वाली सांस्कृतिक धरोहर है। मशीन या स्क्रीन प्रिंट को बाग प्रिंट कहना GI कानून का सीधा उल्लंघन है।

शिल्पी समुदाय ने मांग की है कि नकली स्टॉल की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ GI टैग उल्लंघन के तहत FIR दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही सरकारी कार्यक्रमों में केवल प्रमाणित और असली बाग प्रिंट उत्पादों के उपयोग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इस घटना ने ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) योजना और हस्तशिल्प संरक्षण को लेकर सरकार की ज़मीनी कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। शिल्पियों को उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में शीघ्र जांच कर बाग प्रिंट की सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करेगा।

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