भरवारी: प्रस्तावित अण्डरपास निर्माण को लेकर डीएम ने पीडब्लूडी व रेलवे कर्मियों के साथ किया निरीक्षण, भीषण जाम से जल्द मिलेगी निजात
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
निरीक्षण के दौरान प्रयागराज मंडल के सीनियर सेक्शन इंजीनियर, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी,सेतु निगम के एई आरके तोमर व अधिशासी अधिकारी भरवारी रहे मौजूद।
कौशाम्बी: भरवारी दिल्ली हावड़ा रूट के सबसे व्यस्ततम रेलवे क्रॉसिंग भरवारी का सोमवार को जिलाधिकारी डॉ अमित पाल शर्मा ने रेलवे क्रॉसिंग का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण हावड़ा-दिल्ली के व्यस्ततम रूट पर लगने वाले भीषण जाम से निजात पाने के लिए प्रस्तावित रेलवे रोड अंडर पास के निर्माण के संबंध में किया गया।
प्रयागराज मंडल के सीनियर सेक्शन इंजीनियर आशुतोष यादव, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी हरबंश सिंह और सेतु निगम के एई आरके तोमर ने जिलाधिकारी को भरवारी रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम की समस्या से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि भरवारी रेलवे फाटक के बगल से नौड़िया रोड स्थित पानी टंकी के पास राधा कृष्ण मंदिर से बंद पड़ी पुरानी प्राइमरी स्कूल तक आरयूबी निर्माण का प्रस्ताव है। यहां से निर्माण कार्य होने से स्थानीय नागरिकों के मकानों को कोई क्षति नहीं होगी, जिससे लोगों की समस्या का समाधान भी हो जाएगा। उन्होंने प्रस्तावित आरयूबी का नक्शा भी दिखाया, जिसकी ऊंचाई 6 मीटर और चौड़ाई 2.5 मीटर होगी। जिलाधिकारी ने प्रोजेक्ट मैनेजर सेतु निगम, उप जिलाधिकारी सिराथू एवं अधिशासी अधिकारी भरवारी को संयुक्त रिपोर्ट उपलब्ध कराने के दिए निर्देश, वस्तुस्थिति का जायजिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान प्रस्तावित अण्डरपास के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों से आवश्यक जानकारी प्राप्त करते हुए प्रोजेक्ट मैनेजर सेतु निगम, उप जिलाधिकारी सिराथू एवं अधिशासी अधिकारी भरवारी को संयुक्त रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।इस निरीक्षण के दौरान नगर पालिका भरवारी के ईओ रामसिंह, नगर पालिका अध्यक्ष सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। अधिकारियों के इस निरीक्षण से भरवारी में स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का माहौल रहा।

निरीक्षण के बाद प्रयागराज मंडल के सीनियर सेक्शन इंजीनियर आशुतोष यादव ने बताया कि ट्रेनों की गति बढ़कर 160 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। ऐसे में लेवल क्रॉसिंग को बंद करना रेलवे की योजना का हिस्सा है। इसी के तहत भरवारी रेलवे फाटक पर आरयूबी का निर्माण प्रस्तावित है आशुतोष यादव ने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट डीआरएम सहित अन्य पैनल के अधिकारियों को सौंपी जाएगी, जिसके बाद आगे की विभागीय कार्रवाई की जाएगी। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो एक महीने के भीतर निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।
