राष्ट्रीय पिथियन गेम्स में पैरामाउंट के सितारे चमके
निमाड़ी संस्कृति की धमक देशभर में, पैरामाउंट ने 2 स्वर्ण और 3 रजत जीतकर बढ़ाया गौरव
राजू पटेल कसरावद(खरगोन)
श्री निमाड़ पाटीदार एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित पैरामाउंट अकैडमी कसरावद के विद्यार्थियों ने मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर निमाड़ की संस्कृति और प्रतिभा का परचम लहराया। बेंगलुरु में आयोजित द्वितीय राष्ट्रीय सांस्कृतिक पिथियन खेल 2025 में देशभर से लगभग 3000 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें विद्यालय की टीम ने संगीत, नृत्य, कविता और चित्रकला जैसी विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कुल 5 पदक—2 स्वर्ण और 3 रजत—अपने नाम किए।कविता पाठ में अर्पण पाटीदार ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया, वहीं संगीत शिक्षक ऋषि व्यास ने एकल वादन में स्वर्ण पदक हासिल कर प्रदेश व निमाड़ का गौरव बढ़ाया। राघव कुशवाह ने चित्रकला, शिवानी कुशवाह ने एकल नृत्य, मोक्षराज वर्मा ने एकल वादन तथा विद्यालय के संगीत दल ने सामूहिक प्रस्तुति में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीते। बच्चों द्वारा प्रस्तुत निमाड़ी लोकगीत “धन्य धन्य म्हारो निमाड़ छे” ने पूरे सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम में गुणरंजन शेट्टी, श्रीमती ललिता गोयल, पिथियन खेल परिषद के संस्थापक बिजेन्द्र गोयल, आयोजन सचिव बी.एच. अनिल कुमार (IAS), सचिव शिवकुमार सहित विभिन्न संघों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।प्रतियोगिता से लौटने पर विद्यालय की प्रार्थना सभा में विजेताओं का सम्मान किया गया, जहाँ वरिष्ठ व्यवहार न्यायाधीश मीता पवार जंदेल, कनिष्ठ व्यवहार न्यायाधीश इशिता संघवी तथा पैरालीगल वॉलंटियर सुधीर सराफ उपस्थित रहे। इसी क्रम में न्यायोत्सव के तहत विधिक सेवा सप्ताह पर आयोजित ड्राइंग प्रतियोगिता में चाहत पाटीदार प्रथम, निकशिका पाटीदार द्वितीय तथा जयंश्री नामदेव तृतीय स्थान पर रहीं।प्राचार्य डॉ. अखिलेश पाटीदार ने विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पैरामाउंट अकैडमी के बच्चों ने मेहनत और अनुशासन से निमाड़ और मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की अगली तैयारी ग्लोबल पिथियन गेम्स 2026 के लिए प्रारंभ कर दी गई है।