बीट व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने की एसपी की पहल, आरक्षियों की विशेष बैठक ली, अपराध नियंत्रण व सूचना तंत्र को किया और पैना
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जनपद में कानून-व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी श्री राजेश कुमार ने शुक्रवार को पुलिस कार्यालय में सभी थानों के बीट आरक्षियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक न केवल अनुशासनात्मक थी बल्कि जनपद की बीट व्यवस्था को नया आयाम देने वाली साबित हुई। बीट बुकों का बारीकी से निरीक्षण, त्रुटिरहित कार्य प्रणाली पर जोर बैठक की शुरुआत में एसपी ने बीट आरक्षियों द्वारा तैयार की गई बीट बुकों का स्वयं निरीक्षण किया। उन्होंने अभिलेखों की तैयारियों, प्रविष्टियों की पूर्णता और क्षेत्रीय सूचनाओं के संकलन की गुणवत्ता का गंभीरता से अवलोकन किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बीट बुक पुलिस का दर्पण है यह जितनी सशक्त होगी, व्यवस्था उतनी ही मजबूत होगी।
नियमित भ्रमण और सूचना संकलन को बनाया अनिवार्य एसपी ने निर्देशित किया कि प्रत्येक बीट आरक्षी अपने क्षेत्र में नियमित भ्रमण करे, लोगों से संवाद बढ़ाए और जो भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो उसे तत्काल बीट पुस्तिका व रोजनामचा-आम में दर्ज करे। उन्होंने बताया कि बीट क्षेत्र की छोटी-छोटी सूचनाएं ही आगे चलकर बड़ी घटनाओं को रोकने में मील का पत्थर साबित होती हैं। अपराधियों पर पैनी निगाह, संवेदनशील बिंदुओं पर बढ़ी फोकसिंग एसपी राजेश कुमार ने सभी आरक्षियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय अपराधियों, शरारती तत्वों और चिह्नित व्यक्तियों पर सतर्क निगाह बनाए रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि बीट आरक्षी ही पुलिस का वास्तविक चेहरा है उसकी सक्रियता से ही अपराध नियंत्रण संभव है।
जनसंपर्क होगा और मजबूत, पुलिस-जन सहयोग को प्राथमिकता बैठक में एसपी ने जनसंपर्क को और अधिक सबल बनाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि जनता और पुलिस के बीच विश्वास जितना मजबूत होगा, कानून-व्यवस्था उतनी ही स्वाभाविक रूप से बेहतर होगी।
बीट आरक्षियों को मिला स्पष्ट संदेश, सक्रियता ही पहचान
अंत में एसपी ने सभी बीट आरक्षियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हर आरक्षी अपनी जिम्मेदारी को सिर्फ ड्यूटी न समझे बल्कि सेवा के अवसर के रूप में देखे।उन्होंने प्रत्येक बीट को अपराध मुक्त, विवाद मुक्त, भय मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया।