जिलाधिकारी डॉ. अमित पाल ने जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में दिखाई सख्ती, अधिशासी अभियंता से तलब किया स्पष्टीकरण
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
जल जीवन मिशन का लक्ष्य हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना है, और इस मिशन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
कौशाम्बी: जल जीवन मिशन के अधूरे कार्यों पर गुरुवार को डीएम डॉ. अमित पाल ने तीखी नाराजगी जताई। कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कार्य की सुस्ती पर अधिकारियों और एजेंसियों की जमकर क्लास ली। बैठक में समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि जिले में निर्धारित 309 ओवरहेड टैंक के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक सिर्फ 201 टैंक ही बन पाए हैं। इसी तरह 353 ट्यूबवेल के लक्ष्य के मुकाबले 345 ही पूरे हो सके हैं, जबकि 216411 गृह संयोजन के लक्ष्य के स्थान पर अब तक 190805 कनेक्शन ही उपलब्ध कराए जा सके हैं। इन आंकड़ों को देखकर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिशासी अभियंता, जल निगम सेस्पष्टीकरण तलब किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि धीमी गति से काम करने वाली एजेंसियों पर अब कार्रवाई तय है। डीएम ने जे.एम.सी. और बाबा जी.ए. इन्फ्रा जैसी एजेंसियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि ओवरहेड टैंक निर्माण, ट्यूबवेल, पाइपलाइन बिछाने, गृह संयोजन और जलापूर्ति से जुड़े कार्यों में अपेक्षित गति लाएं, अन्यथा अनुबंध निरस्त कर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पाइपलाइन बिछाने के दौरान जिन सड़कों को तोड़ा गया है, उन्हें मानक के अनुरूप शीघ्र मरम्मत कराया जाए ताकि जनता को असुविधा न हो।
जिलाधिकारी नेअधिशासी अभियंता को चेतावनी देते हुए कहा कि कार्य की नियमित मॉनिटरिंग करें और प्रगति रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराएं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो एजेंसी जनता के हितों से खिलवाड़ करेगी, उसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।