पुलिस को जेब में रखता हूं…. शराब ठेकेदार के चमचे विजय उपराले ने क्या बोल डाला
विजय उपराले के भाई को सारनी पुलिस ने अभय वरदान देकर थाने से मामला रफा-दफा कर समझौता करवाया
पुलिस को जेब में रखता हूं…. शराब ठेकेदार के चमचे विजय उपराले ने क्या बोल डाला
विजय उपराले के भाई को सारनी पुलिस ने अभय वरदान देकर थाने से मामला रफा-दफा कर समझौता करवाया
हद हो गई रे बाबा :- 4 अक्टूबर को मनोज उपराले की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाए पुलिस मांडवाली पर आई
क्या कारण है :- नाव घाट पर दारू पकड़ाने वाले दिन मनोज उपराले ने एसआई कुमरे को दी थी एसपी और मंत्री कि धमकी, फिर भी दोनों मामलों में पुलिस ने मनोज को सहयोग किया…?
जीत आम्रवंशी, 9691851267
बैतूल/सारनी । मध्य प्रदेश डीजीपी कैलाश मकवाना एक ओर पीड़ितों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करने की नसीहत प्रदेश के संपूर्ण थानों को देते हैं। वही दूसरी ओर बैतूल जिले के सारनी थाने में शिकायतकर्ता को दोपहर 3 बजे से रात 8:30 बजे तक थाने में बिठाकर अनावेदक तीनों को बुलाकर शिकायतकर्ता पर समझौते का दबाव बनाकर मामला सेटल करवाने का मामला सामने आ रहा है। लोग बोल रहे कि अगर यही आवेदन कोई गरीब के खिलाफ होता तो पुलिस बड़े ही ईमानदारी के साथ तत्काल कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपाने का कार्य करती। जबकि 4 अक्टूबर को शोभापुर कॉलोनी निवासी मनोज उपराले ने थाने में शिकायत कर बताया था कि शराब ठेकेदार का काम देखने वाले विजय उपराले के छोटे भाई मनोज उपराले एवं देवेन्द्र दुबे, सुनिल वर्मा द्वारा शुक्रवार को सुबह करीब 9 के आस-पास तीनों ने मारपीट झूमा झपटी कर 10 हजार छुड़ाए एवं दारू की एक बोतल के साथ वीडियो बनाकर उसे 34/2 में अंदर करवाने सहित जान से मारने कि धमकी दी गई। जिसके बाद शराब ठेकेदार के दलाल मनोज उपराले, देवेंद्र, सुनील गुंडो से परेशान होकर शनिवार को मोहन उपराले एसडीओपी और थाने जाकर तीनों कि नामजत लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग कर रहा था। लेकिन ईमानदारी से भरी पड़ी सारनी पुलिस ने शिकायतकर्ता को दोपहर 3 बजे से रात 8:30 तक थाने में बिठाकर अनावेदक गण को थाने बुलाकर मामला रात 9 बजे तक समझौते के नाम पर रफा-दफा करवा दिया गया। शिकायतकर्ता से समझौते के पहले हमारे प्रतिनिधि की बात हुई है, जिसकी रिकॉर्डिंग हमारे पास सुरक्षित हैं। हालांकि मोहन उपराले के कहे अनुसार हमारे अखबार में हमने पहले ही बता दिया था कि शिकायतकर्ता पर दबाव बनाकर समझौते की पेशकश पुलिस द्वारा रखी गई है और हुआ भी बिल्कुल यही, जिससे अब चौक चौराहा पर प्रशासन की थू-थू हो रही है। लोगों का कहना है यही शिकायत अगर कोई गरीब कि होती तो पुलिस ईमानदारी का चोला ओढ़कर तत्काल उसे उठाकर पक्की एफआईआर दर्ज कर सुर्खियां बटोरने का काम करती, लेकिन अमीरों के आगे पुलिस प्रशासन ने भी घुटने टेक दिए।
शराब ठेकेदार का दलाल विजय उपराले चौक चौराहे पर बोल रहा एसपी को जेब में रखता हूं
शनिवार रात 9 बजे अपने छोटे भाई मनोज पर पक्की एफआईआर होने से पहले ही पुलिस से हाथ मिलाकर शिकायतकर्ता पर दबाव बनवा कर मामला रफा दफा कर समझौता नामा करवा लिया गया। वहीं रविवार को मोहन उपराले के वीडियो और शिकायत के आधार पर स्थानीय अखबार में समाचार प्रकाशित हुआ था। जिसके बाद हमारे विश्वसनीय सूत्रों ने हमें बताया कि शराब के काम से जुड़ा दलाल विजय उपराले पाथाखेड़ा की एक चाय की दुकान पर बोल रहा था कि पैसों के आगे सब झुकते हैं, पहले शुक्रवार को पुलिस द्वारा महाराष्ट्र पासिंग वाहन में पकड़ी गई शराब मामले में मनोज पर 34/2 केश बनने वाला था। मैंने उसे बचाकर मनीष शिवहरे पर केश बनवा दिया, फिर मोहन उपराले कि शिकायत आवेदन पर छोटे भाई मनोज पर मारपीट सहित 10 हजार लूट का केश बनने वाला था। तभी मेरे कहने पर ऊपर मंत्री से बैतूल एसपी कि पिलाई करवाई गई, तब जाकर एसपी ने टीआई को मोहन उपराले वाली शिकायत में पक्की एफआईआर नही करने के आदेश दिए। चाय की चुस्की मारते हुए उसने अपने दोस्त को कहा पुलिस, एसपी हो या कलेक्टर सबको अपनी जेब में रखते हैं आज के समय में हम, शराब ठेकेदार करोड़ों का ठेका लेकर बैठे हैं कुछ बात होगी तभी तो, पैसे के आगे मंत्री हो या बड़े अधिकारी सब झुकते हैं। जबकि मनोज और मनीष ने शुक्रवार को नाव घाट पर जो शराब की गाड़ी पुलिस ने पकड़ी थी मौके पर पहुंचकर टीआई के सामने एक एसआई को सबके बीच बेज्जती कर एसपी की धमकी दी थीं। तब पुलिस वालों को चेहरा देखने लायक था। हालांकि भीड़ भाड़ वाले इलाके में गाड़ी पकड़ने पर टीआई के निवेदन पर मामला बनवा लिया गया पर उसमें भी मैंने छोटे भाई मनोज को बचाकर मनीष पर केश बनवा दिया। और मोहन उपराले की शिकायत पर खुद थाने वालों ने आगे होकर समझौता कर मामला रफा दफा करवाया हैं। यह सब भाषण बाजी विजय उपराले द्वारा चाय की चुस्की के साथ पाथाखेड़ा की एक दुकान पर दिए जा रहें थे। जिससे हमारे जिले के ईमानदार पुलिस कप्तान और ईमानदार सारनी पुलिस की अच्छी खासी तारीफ चौक चौराहों पर चल रही हैं और होना भी चाहिए क्योंकि शराब ठेकेदार के दलाल विजय के आगे मानो प्रशासन ने घुटने टेक कर मनोज उपराले की लिखित शिकायत होने के बाद भी उसे अभय वरदान देकर छोड़ दिया गया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक को 4 अक्टूबर शनिवार 3 से 9 बजे तक का थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक करना चाहिए। जिससे मामला दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
नोट:- शिकायतकर्ता मोहन उपराले कि शिकायत, वीडियो वर्जन, थाने में 6 घंटे बिठाकर अनावेदकगण को थाने बुलाकर समझौते की बात के सारे प्रमाण रिकॉर्डिंग सहित हमारे पास सुरक्षित हैं।
इनका कहना हैं
(1) शायद उन दोनों पार्टी के बीच में समझौता हो गया था, जांच आशीष कुमरे कर रहे थे, आप उनसे बात कर जानकारी ले लीजिए।
जयपाल इनवाती, थाना प्रभारी सारनी
(2) मोहन उपराले ने पहले मनोज उपराले, देवेंद्र दुबे, सुनिल वर्मा के खिलाफ मारपीट कर 10 हजार छुड़ाने की लिखती शिकायत कि थी, फिर उसी दिन दोबारा मोहन ने कोई कार्यवाही नही चाहते का आवेदन दिया। उनके बीच में समझौता हो गया था।
आशीष कुमरे, जांच अधिकारी एसआई थाना सारनी
(3) मेरे साथ मनोज, देवेंद्र, सुनील ने मारपीट कर 10 हजार रुपये छुड़ाने की शिकायत मैंने थाने और एसडीओपी कार्यालय में कि थी, उसके बाद थाने में समझौता हो गया, मैंने लिखकर दे दिया है, मनोज उपराले, देवेंद्र दुबे, सुनिल वर्मा ने मेरे 10 हजार रुपये लौटा दिए है।
मोहन उपराले, शिकायतकर्ता निवासी शोभापुर