लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी
पेंट की जेब से निकली रिश्वत की रकम, लोकायुक्त ने मौके पर दबोचा
लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी
पेंट की जेब से निकली रिश्वत की रकम, लोकायुक्त ने मौके पर दबोचा
वेयरहाउस में हुआ ट्रैप, बुधवार को और 1 लाख लेने का था समझौता
आलीराजपुर। जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त इंदौर की टीम ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए खाद्य विभाग के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रामा अवास्या को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपित ने शिकायतकर्ता से घूस की रकम लेकर पेंट की जेब में रखी थी, जिसे लोकायुक्त ने मौके पर जब्त किया।
पांच लाख की कुल मांग, पहली किस्त में 50 हजार लेते पकड़ा गया
जानकारी के अनुसार, ग्राम बरझर (शामलाकुंड) निवासी कमलेश संगाडिया ने लोकायुक्त को शिकायत की थी। उनकी पत्नी कमिला संगाडिया ग्राम शामलाकुंड में शासकीय उचित मूल्य दुकान (कोड नं. 4906022) संचालित करती हैं।
20 अगस्त को अधिकारी रामा अवास्या ने उक्त दुकान का पंचनामा तैयार किया और उसी आधार पर एफआईआर दर्ज कराने की धमकी देकर पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश सहाय ने प्राथमिक जांच कराई, जो सही पाई गई। इसके बाद टीम ने जाल बिछाकर कार्रवाई की।
वेयरहाउस में हुआ ट्रैप
पहले आरोपी ने शिकायतकर्ता महिला को कलेक्टर कार्यालय बुलाया, लेकिन बाद में बैठक का हवाला देकर स्थान बदल दिया और उसे वेयरहाउस बुलाया। यहां जैसे ही महिला और उसके पति ने 50 हजार रुपये की पहली किस्त आरोपी को सौंपी, लोकायुक्त टीम ने दबिश दी और अधिकारी को रिश्वत की रकम के साथ धर दबोचा। बताया जा रहा है कि यह रकम पांच लाख रुपये की कुल रिश्वत में से पहली किस्त थी। शेष रकम में से एक लाख रुपये बुधवार को देने का सौदा तय हुआ था।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
लोकायुक्त टीम ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया है। गिरफ्तारी के बाद रामा अवास्या से पूछताछ जारी है।
कार्रवाई में शामिल टीम
कार्रवाई का नेतृत्व कार्यवाहक निरीक्षक सचिन पटेरिया ने किया। टीम में प्रआर विवेक मिश्रा, आरक्षक विजय कुमार, कमलेश परिहार, अनिल परमार सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहे। गवाह के रूप में लोकायुक्त इंदौर से बीआरसी अनुराग भारद्वाज और राजेंद्र तंवर उपस्थित रहे।
प्रशासनिक हलकों में हड़कंप
इस कार्रवाई से जिले के प्रशासनिक और खाद्य विभाग में हड़कंप मच गया है। आम नागरिकों ने लोकायुक्त टीम की इस सख्त कार्रवाई की सराहना करते हुए इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश बताया है।