खंडवा पुलिस अधिकारियों के लिए तनाव प्रबंधन हेतु हार्टफुलनेस मेडिटेशन सत्र आयोजित
हैदराबाद से प्रशिक्षित सउनि भागवत लोखण्डे ने कराया ध्यान सत्र, मानसिक स्वास्थ्य को मिलेगा बल
खंडवा पुलिस अधिकारियों के लिए तनाव प्रबंधन हेतु हार्टफुलनेस मेडिटेशन सत्र आयोजित
हैदराबाद से प्रशिक्षित सउनि भागवत लोखण्डे ने कराया ध्यान सत्र, मानसिक स्वास्थ्य को मिलेगा बल
खंडवा, 19 सितंबर 2025–पुलिस जैसी अत्यधिक जिम्मेदारी और दबाव वाली सेवा में कार्यरत अधिकारियों के मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल की गई है। खंडवा पुलिस कंट्रोल रूम में आज पुलिस अधिकारियों और थाना प्रभारियों के लिए हार्टफुलनेस मेडिटेशन का विशेष सत्र आयोजित किया गया। इस ध्यान सत्र का नेतृत्व सउनि भागवत लोखण्डे ने किया, जिन्होंने हाल ही में हैदराबाद स्थित कान्हा शांतिवनम में हार्टफुलनेस मेडिटेशन ट्रेनर्स कोर्स सफलता पूर्वक पूर्ण किया है।
भोपाल मुख्यालय से शुरू हुई पहल
यह पहल पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाना के निर्देशन एवं पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र के मार्गदर्शन में प्रारंभ की गई है। मध्यप्रदेश पुलिस और हार्टफुलनेस संस्थान, हैदराबाद के मध्य हुए समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत यह ध्यान विधि अब पुलिसकर्मियों एवं उनके परिजनों तक निःशुल्क रूप से पहुंचाई जा रही है। उद्देश्य है – ध्यान को एक नियमित जीवन शैली का हिस्सा बनाकर तनावपूर्ण परिस्थितियों का बेहतर सामना करना।
सत्र में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
आज हुए इस सत्र में पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय की विशेष रुचि रही। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेश रघुवंशी, श्री महेंद्र तारनेकर, नगर पुलिस अधीक्षक श्री अभिनव कुमार बारंगे, डीएसपी मुख्यालय श्री अनिल सिंह चौहान, डीएसपी अजाक श्री महेश दुबे, एसडीओपी मूंदी श्री मनोहर गवली, एसडीओपी हरसूद श्री लोकेंद्र सिंह ठाकुर, डीएसपी यातायात श्री अनिल कुमार राय समेत जिले के समस्त थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी मौजूद रहे।
ध्यान से जागरूकता और निर्णय क्षमता में वृद्धि
इस अवसर पर सउनि भागवत लोखण्डे ने बताया कि हार्टफुलनेस ध्यान केवल शांति और आंतरिक संतुलन ही नहीं देता, बल्कि चेतना, संवाद कौशल, एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता को भी विकसित करता है। पुलिस बल को इन गुणों की अत्यधिक आवश्यकता होती है, जिससे वे अपने कर्तव्यों को और अधिक कुशलता से निभा सकें।
अगले चरण में परिवारजनों को भी जोड़ने की योजना
यह पहल केवल अधिकारियों तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके परिवारजनों को भी ध्यान पद्धति से जोड़ने की योजना है, जिससे संपूर्ण पुलिस परिवार मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त हो सके