*पंचायत ने बना दिया मौत का तालाब, हफ्तों से डूब मे फंसे सात-आठ परिवार के आधा सैकड़ा लोग।*
*कार्यालयों के चक्कर काटने के बाद न्याय न मिलने पर मीडिया से लगाई जान -माल की सुरक्षा की गुहार।*
अरविंद सिंह परिहार सीधी/मझौली
मामला मध्य प्रदेश सीधी जिले के मझौली जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत पोड़ी का है जहां ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने खेत ताला निर्माण करा कर सात-आठ परिवार के लगभग आधा सैकड़ा लोगों को मुसीबत में डाल दिया है जिसकी फरियाद लिए हफ्तों से पीड़ित परिवार कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन जिम्मेदारों ने अपने नाकामियों को छुपाने के लिए अनाप-शनाप बयान बाजी कर पल्ला झाड़ रहे हैं।
हफ्तों से भटक रहे पीड़ित परिवार को जब अधिकारियों प्रतिनिधियों से गुहार लगाने पर न्याय नहीं मिली तो कल 16 जुलाई के शाम लगभग 7-8 बजे तहसील कार्यालय के पास मीडिया से मिलकर अपनी व्यथा सुनाई वही आज 16 -17 जुलाई की रात हुई और तेज बारिश के कारण फंसे लोग भडभड़ाए हुए हैं। जो पुनः आज 17 जुलाई 2025 को सुबह-सुबह वीडियो फोटो भेज अपनी समस्या सुनते हुए न्याय की गुहार लगाई है। कल शाम को जब इनके द्वारा जानकारी दी गई तो हमारे ब्यूरो अरविंद सिंह द्वारा सरपंच सचिव से बात की गई सरपंच द्वारा तो बोला गया कि अभी खुलवा दिए हैं। लेकिन सचिन धीरेंद्र सिंह द्वारा गैर जिम्मेदार आना बयान देते हुए कहा गया है कि हितग्राही मूलक तालाब है। हितग्राही की मांग पर ही तलाब स्वीकृत किया गया था तालाब का निर्माण भी हितग्राही द्वारा कराया गया है वह नहीं फोड़ने देता क्या करें।
हालांकि आज सुबह हमारे ब्यूरो के द्वारा वीडियो फोटो उपलब्ध होने पर जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों सहित प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज्ञानेन्द्र मिश्रा को फोटो वीडियो भेज कर फोन पर बात कर संपूर्ण स्थिति से अवगत करार दिया गया है जिनके द्वारा कहा गया है कि तत्काल ही हम उपन्यत्री एवं सचिव सरपंच से बात कर समस्या का समाधान कर रहे हैं।
बताते चले की वर्षों से सीईओ विहीन जनपद पंचायत की प्रभारी अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी के रूप में अरविंद तिवारी को जो डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं जिम्मेदारी सौंप गई थी तब तक पंचायत कर्मियों में कार्यवाही का डर सता रहा था जब जहां जैसे संबंधित जन द्वारा फोन कर दिया जाता था तत्काल पहुंचते थे लेकिन जब से अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी की प्रतिस्थापन हो जाने के बाद अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी पद से हट गए हैं सचिव/ रोजगार सहायकों का भय बिल्कुल खत्म हो गया है जो तानाशाही एवं मनमानी पूर्वक प्रभावशील लोगों से शॉट-गाठ कर भ्रष्टाचार को अंजाम दे लोगों को सुविधा व सुरक्षा व्यवस्था के बजाय समस्या व परेशानियां परोस लोगों के जान माल के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
अब देखना होगा जबकि सुबह-सुबह ही जनपद स्तर के जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों को हमारे मीडिया टीम के ब्यूरो द्वारा स्थिति से अवगत करा दिया गया है इनके द्वारा उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर क्या कुछ कवायत की जाती है।
*विधानसभा सभा प्रतिनिधि राघवेंद्र द्विवेदी, मझौली प्रतिनिधि रामेश्वर द्विवेदी, राहुल नापित, जिला कैमरामैन कुलदीप गुप्ता के साथ संभागीय ब्यूरो रीवा अरविंद सिंह परिहार की रिपोर्ट*