भव्य कलश एवं सद्ग्रंथ शोभायात्रा से हुआ ग्राम ओझरा में प्रज्ञा पुराण कथा का दिव्य शुभारंभ
राजू पटेल कसरावद (खरगोन)
कसरावद तहसील क्षेत्र के ग्राम ओझरां में मंगलवार को मकर संक्रान्ति के शुभ अवसर पर शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में तहसील संगठन कसरावद एवं ग्रामीणों के सहयोग से विशाल कलश एवं सद्ग्रंथ शोभायात्रा के माध्यम से पावन प्रज्ञा पुराण कथा, 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार उत्सव का शुभारंभ हुआ। प्रातः 11 बजे व्यासपीठ से सर्वप्रथम देव आह्वान एवं देव पूजन हुआ। कलश पूजन के पश्चात यात्रा का शुभारंभ हुआ।
यात्रा में आसपास के 40 गांव के श्रद्धालुओं ने भागीदारी की। 300 से अधिक महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर अपने भाग्य को सराहा। 24 से अधिक दंपतियों ने गीता, रामायण और पावन प्रज्ञा पुराण ग्रंथ को सिर पर धारण कर धर्म ग्रंथों का महत्व प्रतिपादित किया।
यात्रा में सबसे आगे बैंड बाजे वाले गायत्री परिवार के भजनों पर प्रस्तुति देते चल रहे थे। पीत वस्त्र धारण किए नवयुवतियों की टोलियां धर्म ध्वजा धारण कर भारतीय संस्कृति का परचम लहरा रही थीं। उनके पीछे आसपास के क्षेत्र से आईं माताएं बहनें सुमधुर भजन गाती जा रही थीं। ओझरां सहित ग्रामीण क्षेत्र से आए उत्साही युवाओं की टोलियां भारतीय संस्कृति की दिग्विजय के जयकारे लगाते चल रहे थे।
यात्रा में दो घोड़ों पर सवार वीर शिवाजी एवं लक्ष्मी बाई सबके आकर्षण का केंद्र रहीं। उनके पीछे ट्रेक्टर ट्राली पर गायत्री माता, भारत माता और राधा कृष्ण बनी बालिकाओं की झांकियां भी सबका मन मोह रही थी।
भव्य कलश यात्रा का शुभारंभ प्रवचन पांडाल से हुआ जो गायत्री प्रज्ञा पीठ होते हुए खरगोन-कसरावद मुख्य मार्ग पहुंची। यहां ग्रामीणों ने यात्रा का जगह-जगह फलाहार एवं पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। यात्रा पूरे गांव का भ्रमण कर वापस कथा स्थल पहुंची। यहां देव मंच से शांतिकुंज हरिद्वार के कथावाचक सूरज सिंह अमृत ने नारी सशक्तिकरण वर्ष अंतर्गत उपस्थित जनों के बीच कलश एवं नारी शक्ति का महत्व प्रतिपादित किया। तत्पश्चात कलश देवता एवं गायत्री माता की आरती हुई। आरती पश्चात समापन पर सभी ने भोजन प्रसादी ग्रहण की।