हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
मनरेगा योजना से महात्मा गांधी का नाम हटाने से मजदूर नहीं बन जाएंगे अडानी अंबानी- कांग्रेस
भाजपा को समझना होगा कि दिसंबर का महीना अप्रैल कर देने से ठंडी नहीं हो जाएगी गायब
कौशाम्बी: मजदूरों को रोजगार देने वाले मनरेगा योजना से महात्मा गांधी का नाम भाजपा ने हटा दिया है जिससे कांग्रेस पार्टी में पूरे देश में उबाल है। सवाल उठता है कि भाजपा द्वारा महात्मा गांधी के नाम पर चल रहे मनरेगा योजना का नाम बदल देने से क्या मजदूर को ज्यादा काम मिल जाएगा मजदूर अंबानी अडानी बन जाएंगे लेकिन भाजपा ने इस बारे में नहीं सोचा और मनरेगा योजना के नाम से महात्मा गांधी का नाम हटाकर दिया है। यदि नाम बदलने से व्यवस्था में परिवर्तन हो रहा है तो दिसंबर के महीने को भाजपा बदल करके अप्रैल कर दे जिससे ठंडी गायब हो जाए और देश के करोड़ों लोगों को ठंड से राहत मिल जाए।
कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद अकरम के भरवारी स्थित कार्यालय से सोमवार को भरवारी स्टेशन तक महात्मा गांधी जी के फोटो के साथ मनरेगा का नाम बदलने के विरोध में कांग्रेस के सैकड़ो नेताओं द्वारा मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष गौरव पाण्डेय ने कहा कि यह सरकार केवल नाम बदलने का कार्य करती है और देश की जनता को मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम करती है। आज देश में मंहगाई,बेरोजगारी चरम पर है लेकिन सरकार के पास इसका जवाब नहीं है।इसके बाद प्रदेश सचिव एवं जिला संयोजक राजेश साहनी ने कहा कि महात्मा गांधी जी देश की कण कण में हैं। योजना का नाम बदलने से बापू जी की छवि को धूमिल नहीं किया जा सकता। जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद अकरम ने कहा कि मौजूदा सरकार केवल नाम बदल सकती है लेकिन देश बापू जी के बलिदान को कभी नहीं भूल सकता है। बापू जी ने देश की आजादी में अपना बहुमूल्य योगदान दिया था।
तत्पश्चात जिला उपाध्यक्ष राम सूरत रैदास ने कहा कि मनरेगा का नाम बदलने से देश महात्मा गांधी जी के योगदान को नहीं भूलेगा। बापू सदैव पूज्यनीय थे और हमेशा रहेंगे। कार्यक्रम मे जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद अकरम,अलकमा उस्मानी,रामसूरत रैदास,जिला महासचिव सुरेन्द्र शुक्ला,राज बहादुर चौधरी,सेवादल जिलाध्यक्ष जमशेद अहमद,ब्लाक अध्यक्ष रमेश यादव,सचिव इंद्रपाल,रामदास गौतम,छोटे लाल,मोहम्मद मिज़ान,तबरेज अहमद,सोसल मीडिया जिलाध्यक्ष सचिन पाण्डेय,मोहम्मद शारिक, रमेश कुमार,धीरेन्द्र कुमार,करार अहमद,मोहम्मद असलम,मोहम्मद अनीश,इरशाद अहमद,कौशर अली,मोहम्मद सिराज,वार्ड अध्यक्ष वाजिद जमीर,सूफियान अहमद,दीपक शर्मा,राज राहुल यादव,संजय पटेल,सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे हैं।