कलेक्टर श्री गुप्ता ने सरपंच,सचिव और ग्राम रोजगार सहायकों से की अपील
जल संरक्षण को अपनी आदत बनाएं, और इसे जनांदोलन भी बनाएं”
कलेक्टर श्री गुप्ता ने सरपंच,सचिव और ग्राम रोजगार सहायकों से की अपील
जल संरक्षण को अपनी आदत बनाएं, और इसे जनांदोलन भी बनाएं”
खंडवा::कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने मंगलवार को किशोर कुमार सभागृह में मिशन अमृत संचय के संबंध में आयोजित कार्यशाला में जिले के सभी सरपंच, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायकों से अपील की कि जल संरक्षण को अपनी आदतों में शामिल करें और प्रयास करें कि यह अच्छी आदत सभी ग्रामीणों की भी बन जाए। उन्होंने सभी से जल संरक्षण अभियान को एक जनांदोलन बनाने की भी अपील की।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि पंचायत के सरपंच, सचिव और ग्राम रोजगार सहायक सुबह से ही गांव के भ्रमण पर निकलें, और कोई भी ग्रामीण पानी का अपव्यय या दुरूपयोग करता हुआ दिखे तो उसे रोकें और टोकें, तथा उस पर स्पॉट फाइन भी लगाएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से जलकर भी वसूल करें, ताकि पंचायत की आय भी बढ़े। कलेक्टर श्री गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि जल संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली ग्राम पंचायत, सरपंचों, सचिवों व ग्राम रोजगार सहायकों को गणतंत्र दिवस पर पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के प्रति जन जागरूकता के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की हैं। इसका व्यापक प्रचार प्रसार करें और कोशिश करें कि हर गांव से इस प्रतियोगिता में ग्रामीणजन शामिल हों। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण के संबंध में लोगो डिजाइन, मैस्कॉट डिजाइन एवं स्लोगन लेखन के संबंध में प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें 10 हजार रुपए तक के पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रतियोगिता में 22 दिसम्बर तक कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है।
इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा ने बताया कि जल संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने पर सर्वश्रेष्ठ एनजीओ को 50000 रूपए, बेस्ट स्कूल कॉलेज, बेस्ड इंडस्ट्रीज, बेस्ट नागरिक, बेस्ट धार्मिक संस्थाए, बेस्ट शासकीय कर्मचारी, बेस्ट शासकीय विभाग को 50-50 हजार रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत को 2 लाख रूपए प्रथम पुरस्कार द्वितीय पुरस्कार डेढ़ लाख रुपये तथा तृतीय पुरस्कार एक लाख रुपए निर्धारित है। इसी तरह प्रत्येक विकासखंड में 3 सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत को भी पुरस्कृत किया जाएगा। जिसमें प्रथम पुरस्कार 1 लाख रूपए, द्वितीय 50000 रूपए और तीसरा पुरस्कार 25000 रूपए का दिया जाएगा। इसमें 50 प्रतिशत राशि सरपंच के लिए तथा 25 प्रतिशत राशि प्रत्येक सचिव और ग्राम रोजगार सहायक के लिए रहेगी। उन्होंने बताया कि सर्वश्रेष्ठ वार्ड के लिए तीन पुरस्कार नगर निगम क्षेत्र में दिए जाएंगे। प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपये द्वितीय पुरस्कार 50000 तृतीय पुरस्कार 25000 रू.का रहेगा। इसी तरह नगर परिषद के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ वार्ड में तीन पुरस्कार दिए जाएंगे जिसमें प्रथम पुरस्कार 1 लाख रूपए, द्वितीय पुरस्कार 50000 तृतीय पुरस्कार 25000 रुपए रहेगा। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ उपयंत्री को प्रत्येक विकासखंड में 25000, सर्वश्रेष्ठ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को 100000 रूपए, जिले में सर्वश्रेष्ठ सहायक यंत्री को 75000 तथा सर्वश्रेष्ठ मुख्य नगर पालिका अधिकारी को 100000 का पुरस्कार देने का प्रावधान भी किया गया है।