News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
सराय अकिल पुलिस की सूझबूझ से संगीन घटना का पर्दाफाश
कौशाम्बी: थाना सराय अकिल पुलिस ने मानवता को झकझोर देने वाली एक बेहद दुखद व सनसनीखेज घटना का तत्परता से खुलासा करते हुए अभियुक्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
घटना की शुरुआत
21 नवंबर 2025 को सराय अकिल निवासी महिला ने अपनी 12 वर्षीय मानसिक रूप से कमजोर पुत्री की गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी थी। प्राथमिकी दर्ज होते ही पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक वीर प्रताप सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया।
गंभीर विवेचना में खुला झूठ का राज़
पुलिस टीम ने सूक्ष्म प्रयास करते हुए घटनास्थल ग्राम कन्जापर में जानकारी जुटाई तो पता चला कि महिला द्वारा झाड़–फूंक कराने की कहानी पूरी तरह झूठी थी। कड़ाई से पूछताछ व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर महिला ने अपना अपराध स्वीकार किया।
दिल दहलाने वाली स्वीकारोक्ति
अभियुक्ता ने बताया कि मानसिक रूप से कमजोर बेटी को वह बोझ समझने लगी थी। परेशान होकर वह 21 नवंबर की सुबह बेटे और बेटी को लेकर यमुना नदी के महिला घाट पुल पर पहुंची। मौका मिलते ही उसने अपनी बेटी को पुल से नीचे नदी में धक्का दे दिया… और फिर उसकी तलाश करने का नाटक करते हुए थाने पहुंच गई ताकि किसी को संदेह न हो।
पुलिस की तत्परता – सच्चाई सामने
मोबाइल सर्विलांस, सीडीआर विश्लेषण और चश्मदीदों के बयान से घटनास्थल पर अभियुक्ता की मौजूदगी पुख़्ता हुई।
इसके बाद धारा वृद्धि करते हुए अभियुक्ता को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय भेज दिया गया।
बालिका के शव की तलाश यमुना नदी एवं आसपास के घाटों पर तेज़ी से जारी है।
वीर प्रभारी की वीर कार्रवाई
थाना प्रभारी वीर प्रताप सिंह की तेज़ और सटीक विवेचना कौशाम्बी पुलिस की कर्तव्यनिष्ठा का सशक्त प्रमाण है
जिसने 48 घंटे से भी कम समय में गुमशुदगी के रहस्य को उजागर कर घटना को हत्या में तब्दील कर दिया।
जनता में भरोसा बढ़ा है कि अपराध कितना भी चालाक क्यों न हो — कानून की पकड़ से बचना नामुमकिन है।
गिरफ्तार अभियुक्ता
मीना देवी पत्नी रोशन लाल दिवाकर निवासी हररायपुर, थाना सराय अकिल, जनपद कौशांबी