हरियाली और सामाजिक एकता के बीच मनाया गया बन्ना मालवीय अंबेडकर का जन्मदिवस
देखिए विचार क्रांति का उत्सव’बना आयोजन
हरियाली और सामाजिक एकता के बीच मनाया गया बन्ना मालवीय अंबेडकर का जन्मदिवस
देखिए विचार क्रांति का उत्सव’बना आयोजन

इंदौर (भिचौली हप्सी):अंबेडकरवादी बहुजन आंदोलन के प्रमुख नेता बन्ना मालवीय अंबेडकर का जन्मदिवस इस वर्ष इंदौर जिले के वार्ड 76 स्थित भिचौली हप्सी सिटी फॉरेस्ट पार्क में प्रकृति की गोद में एक भव्य ‘विचार क्रांति उत्सव’ के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर सैकड़ों सामाजिक साथियों और समर्थकों ने एकजुट होकर ‘जय भीम’ के नारों के बीच अपने प्रिय नेता को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह से ही सामाजिक साथियों के आगमन से हुई, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्साह और जोश का माहौल बन गया। इस विशेष अवसर पर बन्ना मालवीय अंबेडकर ने अपनी मां, दादी मां और समाज के बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया। उन्होंने गौशाला जाकर गौ माता की सेवा की और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को दर्शाते हुए रक्तदान भी किया।
कार्यक्रम के दौरान महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी गई और सभी ने मिलकर केक काटकर एक-दूसरे को बधाई दी। सामाजिक साथियों ने पारंपरिक तरीके से नारेबाजी और जय भीम के जयघोष के साथ इस आयोजन को जनआंदोलन के स्वरूप में बदल दिया।
समाज को संबोधित करते हुए बन्ना मालवीय अंबेडकर ने भावुक शब्दों में कहा—यह सिर्फ मेरा जन्मदिवस नहीं, बल्कि समता, न्याय और बंधुत्व के मार्ग पर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा दिखाए गए रास्ते पर दृढ़ रहने का संकल्प दिवस है। आप सभी का यह जोश ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है। हम सब मिलकर बाबासाहेब के विचारों को जन-जन तक पहुँचाएँगे, ताकि समाज के हर वर्ग को उसका संवैधानिक हक मिल सके।”
उन्होंने युवाओं और साथियों से अपील की कि वे शिक्षा और संगठन को अपनी ढाल बनाएं तथा समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए संगठित होकर कार्य करें।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से दीपक सोलंकी, राहुल मालवीय, संजय मालवीय, पार्षद सीमा मालवीय, राकेश चौहान, विकास सोलंकी, दीपक पंचोली, देवेंद्र सोलंकी, सोनू परमार, रोहित चौहान, डॉ. सुशील मालवीय, शेखर चौहान, आयुष सोलंकी, रघु बलाई, राम चौहान, डॉ. रामप्रसाद सोलंकी, अनिल मालवीय, राहुल चौहान, ईश्वर मालवीय सहित सैकड़ों सामाजिक साथी मौजूद रहे।
भोजन वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, और सभी ने एक स्वर में संकल्प लिया कि बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों पर आधारित सामाजिक न्याय और समता के आंदोलन को निरंतर आगे बढ़ाया जाएगा।
