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कौशांबी: झोलाछाप डॉक्टरों का खुलेआम खेल,  छापे के बावजूद मौतों का सिलसिला जारी; चौथी मौत से दहला क्षेत्र

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News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी

कौशाम्बी: झोलाछाप डॉक्टरों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही। जैसा कि तिल्हापुर मोड़ पर स्थित अरमान हॉस्पिटल में डीएम अमित पाल शर्मा के सख्त निर्देश पर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा, लेकिन डॉक्टर फरार हो गया। मुख्य द्वार पर ताला ठोंका गया और 48 घंटे का नोटिस चस्पा किया गया, मगर दो दिन बीतने के बाद भी हालांकि सीलिंग की कार्रवाई नहीं हुई। जनता सवाल उठा रही है- नोटिस चस्पा करने का दिखावा क्यों! हालांकि क्षेत्र में अब तक चार मौतें क्षेत्र में हो चुकी हैं, अखिर और कितने परिवार बर्बाद होंगे?

छापे में खुली पोल, एक्सपायरी दवाएं व पुराने ब्लड सैंपल बरामद सूत्र

सूत्रों के मुताबिक, तहसीलदार चायल के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य टीम अंदर के मंजर से दंग रह गई!
अंदर ऐसी ऐसी चीजें मिली कि जिसे देख डॉक्टर दंग रह गए!

वही अधीक्षक डॉ. ललित सिंह (सराय अकील) व संजय (चायल) ने तत्काल दिवसीय नोटिस लगाया!और हाजिर नहीं होने और कागजात पूरे नहीं होने पर कार्रवाई के दिए निर्देश!.

हालांकि सूत्रों के मुताबिक अस्पताल संचालक निसार अहमद पर पहले भी छेड़खानी, मारपीट और ब्लैकमेलिंग के आरोप लग चुके हैं। हालांकि जिसकी जांच पुलिस और न्यायालय कर रही है सत्यता तो जांच के बाद पता चलेगा!

चौथी मौत: गलत इंजेक्शन से कमलवती ने तोड़ा दम

नया मामला सराय अकील के गुरौली गांव का है। 28 वर्षीया कमलवती (पत्नी स्व. रंजीत) को मंगलवार को तेज बुखार आया। परिजन उन्हें कनैली मेला के पास हैप्पी हेल्थ हॉस्पिटल ले गए, जहां भर्ती कर लिया गया। बुधवार को हालत बिगड़ने पर डॉक्टर को बुलाया, लेकिन थोड़ी देर बाद महिला ने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप- गलत इंजेक्शन लगा, जिससे मौत हुई। सराय अकील पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम भेजा।

जिसमें तत्काल पहला ऐसा अस्पताल हुआ कि कनैली अधीक्षक डॉक्टर मुक्तेश द्विवेदी ने मामले को संज्ञान में लिए और उच्चाधिकारियों से वार्ता कर उनके निर्देश पर उसी शाम अस्पताल में ताला लगा दिया!

इससे पहले तीन मौतें:

जुगराजपुर (सराय अकील): 28 वर्षीया रीमा को साधारण बुखार था। झोलाछाप ने गलत इंजेक्शन मार दिया, सुबह लाश मिली। दो मासूम अनाथ, क्लीनिक बंद, डॉक्टर फरार।

मूरतगंज (संदीपनघाट): 35 वर्षीय राजकुमार हाइड्रोसील ऑपरेशन के लिए बेसमेंट के सहारा हॉस्पिटल गए। एनेस्थीसिया ओवरडोज से लाश घर आई। पत्नी बेहोश, बच्चे भूखे।

दलियानपुर (चरवा): 45 वर्षीया उर्मिला देवी को आस्था हॉस्पिटल में बुखार की सुई लगी। रात में दिल ने जवाब दे दिया। परिजन चीखे- “डॉक्टर ने कहा था सुबह ठीक हो जाएगी!” पहले भी सीज हुआ, फिर ताला खुल गया।

जनता का सवाल कौन रोकेगा इन्हें

तिल्हापुर, चायल, सराय अकील, बेनीराम कटरा कनैली CHC क्षेत्र में 50 से ज्यादा फर्जी क्लीनिक! मेडिकल स्टोर में सर्जरी, घरों में डिलीवरी- कौन रोकेगा?

जनता की अपील: सरकारी अस्पतालों में इलाज कराएं
अपने मरीजों को सही अस्पतालों में ले जाएं। सरकारी अस्पताल मुफ्त इलाज देते हैं। पैसे की कमी में झोलाछाप के बहकावे में न आएं। जान गई तो वापस नहीं आएगी। अस्पताल पर सिर्फ ताला लगेगा, कुछ दिन बाद फिर खुलेगा, लेकिन परिवार का सहारा छिन जाएगा।

नवागत डीएम अजय पाल शर्मा व सीएमओ डॉ. संजय कुमार से अपील- दिवसीय नोटिस से फायदा नहीं, कठोर मुहिम चलाएं। जनता पूछ रही: इस बार सेटिंग टूटेगी या लाशों की होली खेलकर डॉक्टर फिर सर्जरी करेंगे?

स्वास्थ्य विभाग की पूर्व कार्रवाइयों में अरमान हॉस्पिटल पहले भी सील हो चुका है, लेकिन दोबारा खुल गया। जो कि हालिया छापे की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद टीम हरकत में आई। वही जनता इंतजार में, लाशें गवाही दे रही हैं!

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