मल्हारगढ़ टेकड़ी आशापुर खालवा रोड पर यूरिया खाद की कालाबाजारी का आरोप::गरीब किसान परेशान
किसान और जयस संगठन मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन, प्रशासन और सरकार की होगी।
मल्हारगढ़ टेकड़ी आशापुर खालवा रोड पर यूरिया खाद की कालाबाजारी का आरोप::गरीब किसान परेशान
किसान और जयस संगठन मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन, प्रशासन और सरकार की होगी।
खालवा (हरसूद विधानसभा क्षेत्र), 17 अक्टूबर:माडल स्कूल के पास स्थित सोसायटी वेयर हाऊस, मल्हारगढ़ टेकड़ी आशापुर खालवा रोड पर बीती रात लगभग एक बजे कथित रूप से यूरिया खाद की ट्रैक्टर-ट्रॉली भरकर कालाबाजारी की गई। इस घटना से क्षेत्र के छोटे और गरीब किसान आक्रोशित हैं, जो खाद की किल्लत के चलते भूखे-प्यासे रात भर लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं।
किसानों का कहना है कि वे कई दिनों से यूरिया खाद के लिए भटक रहे हैं, लेकिन उन्हें जरूरत के अनुसार खाद नहीं मिल रही। वहीं, रात्रि के समय गुपचुप तरीके से खाद की खेप वेयरहाउस से बाहर भेजी जा रही है, जो कालाबाजारी की ओर इशारा करती है।
किसान संगठनों ने चेताया, जांच नहीं हुई तो होगा आंदोलन
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र कुमार बढ़ाई, जो कि जयस संगठन खालवा, हरसूद विधानसभा क्षेत्र से जुड़े हैं, ने इस मुद्दे को लेकर प्रशासन को आगाह किया है। उन्होंने कहा:
यदि शुक्रवार, 17 अक्टूबर की रात को हुई खाद कालाबाजारी की निष्पक्ष जांच नहीं की गई, तो हम छोटे किसान और जयस संगठन मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन, प्रशासन और सरकार की होगी।
किसानों की स्थिति दयनीय
किसानों ने बताया कि खाद की एक-एक बोरी के लिए उन्हें रातभर जागना पड़ता है, फिर भी उन्हें उनकी जरूरत के अनुसार खाद नहीं मिल रही। कई किसान लाइन में ही सोने को मजबूर हैं, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति खराब होती जा रही है।
प्रशासन से मांग
जयस संगठन और क्षेत्रीय किसानों ने मांग की है कि:
शुक्रवार रात को हुई खाद उठाव की CCTV फुटेज और स्टॉक रजिस्टर की जांच की जाए।
दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
गरीब किसानों को न्यायपूर्ण और पारदर्शी तरीके से खाद उपलब्ध कराई जाए।