भरवारी नगर पुरानी बाजार का भव्य रामदल निकला, रावण वध के बाद गूँजा सियावर रामचन्द्र जी की जय का उद्घोष
News By- हिमांशु उपाध्याय/नितिन केसरवानी
भरवारी कौशांबी: श्रीरामलीला कमेटी पुरानी बाजार भरवारी का भव्य राम दल गुरुवार को श्री हनुमंत निकेतन हनुमान मंदिर से 100 वर्षों से संकटमोचक वीरों के वीर बजरंगबली हनुमान जी के अगुवाई में राम दल निकला। हनुमान मंदिर के सामने आचार्य शिव प्रकाश मिश्रा ने बजरंगबली का वेदमंत्रो के उच्चारण के साथ विधिवत पूजन किया। इस दौरान भरवारी नगर व आस-पास के तमाम गणमान्य लोग भी मंदिर के पास पहुंचे।
एक रथ (रुपी गाड़ी) पर तपस्वी वेशधारी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम
अपने अनुज लक्ष्मण, वीर हनुमान, सुग्रीव व वानर सेना के साथ सवार हुये,दूसरे रथ पर बुराई का प्रतीक लंकेश रावण माता सीता व असुरों के साथ सवार हुए । इस तरह रामदल के बाद नगर के नन्हें कलाकारों द्वारा सजाई गई दर्जनों झांकिया रामदल के पीछे लगाई गई। आगे-आगे ध्वज-पताका व बैंड-बाजों के साथ तमाम गणमान्य व्यक्ति चले, उसके पीछे बजरंगबली भगवान की चौकी को भक्तगण क्रम बदल-बदलकर हाथों से खींचते हुये चले, चौकी के पीछे रामरथ व रावण-वाहन के बाद मनमोहक झाँकियों की माला। क्या अद्भुत दृश्य रहा, देखने वाले वाह-वाह कर उठे। रामदल मे सियावर रामचन्द्र जी की जय, वीर बजरंगबली की जय, वीर लखनलाल जी की जय का जयघोष वातावरण मे गुंजायमान हो रहा था।
जगह-जगह भक्तों ने चौकी रोक कर बजरंगबली भगवान की पूजा-आरती की व प्रसाद वितरण किया।रामदल रामलीला मैदान मंडी समिति पहुंचा जहां भीषण युद्ध के बाद लक्ष्मण का शक्ति लगने से घायल होना, श्रीराम का विलाप करना, हनुमान का संजीवनी बूटी लाना, सुषेन वैद्य का लक्ष्मण को पुन: जीवित करना आदि दृश्यों के मंचन के बाद राम-रावण का सीधा युद्ध हुआ जहां श्रीराम ने रावण की नाभि मे तीर मारकर उसे उसके कुकर्मों का दंड दिया। फिर रावण के पुतले मे तीर मारकर उसे आग के हवाले किया। इस प्रकार बुराई पर अच्छाई की विजय का यह दृश्य रावण वध समाप्त होता है। जिसके बाद रामदल रामलीला मैदान से वापस होता है।
गुरुवा् रात मे मेहता रोड और पुरानी बाजार भरवारी जगमग-जगमग लाइटों के बीच भव्य कलात्मक चौकियाँ इधर से उधर घूमती रहीं। तरह-तरह की सजी दुकानों पर लोग खरीददारी करते रहे, बच्चे अपने माता-पिता से झूला झुलाने के लिए मचलते
देखे गए, झूले पर भारी भीड़ रही। मेले मे बनाए गए स्वादिष्ट व्यंजनों के तमाम रेस्तरां मे लोगों ने डोसा-इडली-सांभर, चाऊमीन, पास्ता, चावल-मंचूरियन आदि दक्षिण भारतीय व चाइनीज व्यंजनों का स्वाद भी लिया। मेले मे सुरक्षा के मद्देनजर श्रीरामलीला कमेटी के पदाधिकारीगणों व स्थानीय पुलिस प्रशासन ने चौकन्नी निगाह रखी।