लोकेसन-धामनोद
धामनोद में कैंडल मार्च: 16 मासूमों की याद में जलीं संवेदनाओं की मोमबत्तियाँ
धामनोद-
छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप से 16 मासूम बच्चों की मौत के दर्दनाक हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इसी कड़ी में धामनोद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इन मासूम जिंदगियों को श्रद्धांजलि देते हुए कैंडल मार्च निकाला। यह कैंडल मार्च महेश्वर चौराहे से प्रारंभ होकर बस स्टैंड तक पहुँचा, जहाँ लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
कैंडल की रौशनी में जब सभी की आंखें नम हुईं, तो वातावरण शोक और आक्रोश दोनों से भरा हुआ था। कांग्रेस नेताओं ने इस मौके पर कहा कि यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही का नतीजा है। जिस दवा से बच्चों को राहत मिलनी चाहिए थी, वही उनकी मौत का कारण बन गई — यह व्यवस्था की सबसे बड़ी विफलता है।
नेताओं ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में बिना जांच के घटिया दवाओं का वितरण होना गंभीर अपराध है। कांग्रेस ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और सरकार से जवाब मांगा कि आखिर कब तक मासूम जिंदगियां सिस्टम की लापरवाही की बलि चढ़ती रहेंगी। कैंडल मार्च में सैकड़ों लोगों की मौजूदगी ने यह साबित कर दिया कि जनता अब जवाब चाहती है, सिर्फ आश्वासन नहीं।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनसमूह ने मौन रखकर उन 16 मासूम आत्माओं को श्रद्धांजलि दी
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित थे मेडा जी संजय पवार पवन जायसवाल, विकास पटेल विनोद दोगले, विजय शर्मा, अंतिम यादव राधेश्याम पाटीदार महेंद्र राठौड़ चिंटू चौहान नारायण वर्मा शिवकांत डाबड़ा रामप्रसाद गोयल विनय पाटीदार गोकुल कोगे भगवान कर्मा. लक्ष्मी नारायण मीठा. गणेश दहाना एवं गण में नागरिक उपस्थित थे