सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किल्लौद में_ _काफी लंबे समय से 108 एवं जननी गाड़ी सुविधा न होने से क्षेत्रवासी को अनेक समस्या का सामना करना पड़ रहा है_
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किल्लौद में_ _काफी लंबे समय से 108 एवं जननी गाड़ी सुविधा न होने से क्षेत्रवासी को अनेक समस्या का सामना करना पड़ रहा है_
*किल्लौद।* सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किल्लौद में गर्भवती महिला पेशेंट को किल्लौद स्वास्थ्य केंद्र से रेफर करने पर 108 गाड़ी जो शासन के द्वारा पेशेंट को निशुल्क सेवा दी जाती है, उसका किसी भी प्रकार से किल्लौद में कोई सुविधा प्राप्त नहीं हो रही है, *एडवोकेट सुनिल राठौड़ (विद्यार्थी परिषद नगर मंत्री)* ने बताया कि ऐसा ही वाक्या ग्राम मालूद के 5 से 10 मरीजों को लाभ नहीं मिला है, तथा उन मरीजों को किल्लौद हॉस्पिटल से स्वयं के साधन से हरदा, खंडवा, छनेरा अन्य सरकारी हॉस्पिटल जाना पड़ता है, ऐसा ही वाक्या दिनांक :- 04.10.2025 रात 9:00 बजे श्रीमती वंदना आत्माराम मालुद जिन्होंने ग्राम मालूद को परिवार के परिजनों द्वारा खुद के साधन से स्वास्थ्य केंद्र किल्लौद जाना पड़ा,किल्लौद स्वास्थ्य केंद्र पर जांच के पश्चात ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर द्वारा उन्हें सीरियस बताने पर खंडवा के लिए रेफर किया गया, तथा रेफर हेतु 108 को कॉल करने पर 108 वालों ने मना कर दिया, की गाड़ी की सुविधा आपको नहीं मिल सकती, तथा उपस्थित स्टाफ ने कह दिया कि आप आपके प्राइवेट साधन से जाइए, जिसके कारण प्राइवेट साधन कर महिला को खंडवा के लिए जाना पड़ा, तथा महिला सीरियस होने के कारण छनेरा हॉस्पिटल में ही भर्ती करना पड़ा, इसी प्रकार मनीषा पति अनिल इनको भी ग्राम मालूद से दिनांक 01.10.2025 को प्राइवेट साधन कर किल्लौद स्वास्थ्य केंद्र गए, तथा किल्लौद में गर्भवती महिला मरीज का जांच करने पर स्टाप डॉक्टर द्वारा उन्हें खंडवा के लिए रेफर किया गया, तथा रेफर के लिए जब उन्होंने 108 गाड़ी वाले को लगाया तो,उन्होंने कहा कि आपको गाड़ी अभी नहीं मिल सकती,एवम उपस्थित स्टाफ ने भी कह दिया कि आप आपके पेशेंट को प्राइवेट साधन कर ही खंडवा लेकर जाएं, उनकी स्थिति बहुत ही गंभीर है,परिजनों ने जैसे तैसे पैसे की व्यवस्था अपने प्राइवेट साधन से गर्भवती महिला को लेकर गए,जिसका दिनांक 02.10.2025 को खंडवा हॉस्पिटल में ऑपरेशन से बच्चे का जन्म हुआ, तीसरा वाक्य अंजलि पति बनवारी का है जो कि दिनांक 24.09.2025 को ग्राम मालूद से खुद के साधन कर किल्लौद हॉस्पिटल शाम 8:00 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गई थी, तथा रात में ही ड्यूटी पर डॉक्टर के द्वारा उन्हें हरदा जाने हेतु बोल दिया गया, शाम में जब गर्भवती महिला के परिवार के सदस्यों ने 108 को लगाया तब भी उन्हें गाड़ी उपलब्ध नहीं हो पाई, तथा मरीज की स्थिति बहुत ही स्थिति गंभीर होती जा रही थी, महिला मरीज की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के करना उन्होंने कोई साधन नहीं जुटा पाए, तथा दूसरे दिन 108 गाड़ी सुबह 10:00 बजे उन्हें हरदा लेकर पहुंची तथा मरीज की स्थिति बहुत ही सीरियस थी तथा हरदा उन्हें उपचार मिला क्योंकि वह इसलिए लेट हो गए क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण हो सकता था, कि उसे समय मरीज की जान भी जा सकती थी, इस प्रकार की लापरवाही विगत 1 वर्ष से 108 के द्वारा की जा रही है,