*त्रिशूल और जलता खप्पर हाथों में लिए मां बिजासन की सवारी नगर भ्रमण कर निकली धधकते अंगारों की चूल पर*
*ब्लॉक संवादाता ओम सोनी*
नवरात्रि के पावन पर्व पर भवानी मंडी पचपहाड़ क्षेत्र के कुम्हार मोहल्ला स्थित मां बिजासन जय मां चामुंडा माताजी के मंदिर से मां की सवारी निकली जिनके द्वारा एक हाथ में तलवार और त्रिशुल तों दूसरे हाथ में जलता हुआ खप्पर लिया हुआ था।माता की सवारी शीतला माता मंदिर, कुम्हार मोहल्ले से होकर नगर भ्रमण पर पहुंची जहां माता के भक्तों द्वारा मां की सवारी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया गया। गाजे बाजे के साथ नगर में भ्रमण करते हुए माता की सवारी नीलकंठ महादेव शिवालय मंदिर पहुंची जहां पर सभी भक्तों द्वारा माता का स्वागत अभिनंदनकर माता जी की आरती की गई ततपश्चात माता रानी की भव्य महाआरती का आयोजन हुआ। उसके बाद माता रानी की सवारी पीपलाद नदी के तट पर नगर के सैकड़ों भक्तों साथ पहुंची जिसमें महिलाएं पुरुष और बच्चे सभी शामिल रहे। यहां पर माता रानी के द्वारा परंपरानुसार अग्नि स्नान करते हुए धधगते अंगारों पर चूल में से निकला गया इस चमत्कार को देखकर पूरा क्षेत्र ही माता रानी के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
अग्नि स्नान के बाद माता जी के द्वारा यहां पर स्थित पीपलाद नदी के तट पर पहुंचकर गंगा मैया की आरती की गई और आरती के बाद माता रानी की यहां से अपने यथावत स्थान के लिए वापसी हुई।
*फोटो :~ धधकते हुए अंगारों पर निकलती माता जी*