लोकेसन-धामनोद
संवाददाता मोनू पटेल
धामनोद थाना परिसर में हुआ कन्या पूजन और भोज
धामनोद नवरात्रि के पावन पर्व पर अष्टमी के दिन धामनोद थाना परिसर में कन्या भोज का आयोजन किया गया। भारतीय परंपरा के अनुसार अष्टमी और नवमी के दिन कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर पूजा-अर्चना की जाती है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए थाना प्रभारी प्रवीण ठाकरे एवं थाना स्टाफ ने श्रद्धा और भक्ति भाव से बालिकाओं का पूजन कर उन्हें भोजन कराया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कन्याओं के चरण पूजन से हुआ। थाना प्रभारी प्रवीण ठाकरे ने स्वयं बालिकाओं के पैर धोकर उन्हें देवी का स्वरूप मानकर आदर-सत्कार किया। इसके पश्चात सभी कन्याओं को विधिवत पूजन कर चुनरी ओढ़ाई गई। आयोजन के दौरान प्रत्येक कन्या को केले, फल तथा शिक्षा से संबंधित उपयोगी सामग्री (कंपास बॉक्स) भेंट की गई, ताकि उन्हें पढ़ाई में सहयोग मिल सके।
पूरे कार्यक्रम के दौरान थाना परिसर का वातावरण धार्मिक भक्ति और उल्लास से परिपूर्ण रहा। कन्याओं के सम्मान में गीत-संगीत और देवी भजन गूंजते रहे। थाना स्टाफ ने पूरे उत्साह और सामूहिक सहयोग से कन्या भोज को सफल बनाया।
इस अवसर पर थाना प्रभारी प्रवीण ठाकरे ने कहा कि –
“कन्या पूजन हमारी भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। कन्या केवल घर की लक्ष्मी ही नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र की शक्ति भी हैं। नवरात्रि पर्व हमें यही प्रेरणा देता है कि हम कन्याओं का सम्मान करें और उनके शिक्षा-स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें।”
उन्होंने यह भी बताया कि बालिकाओं को शिक्षा की ओर प्रेरित करना ही उनका असली पूजन है। इसी उद्देश्य से कन्या भोज के दौरान पढ़ाई में सहायक वस्तुएँ प्रदान की गईं।
कन्याओं ने भी प्रसन्नता और आत्मीयता से इस आयोजन का आनंद लिया। थाना परिसर में भोजन की व्यवस्था सामूहिक रूप से की गई, जिसमें पुलिस कर्मियों ने स्वयं सेवा भाव से भाग लिया। भोजन के उपरांत कन्याओं को आशीर्वाद देकर विदाई दी गई।
धामनोद थाना परिसर में हुआ यह आयोजन सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। ऐसे आयोजन नारी सम्मान और बालिकाओं के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं।
अष्टमी के इस पुण्य अवसर पर कन्या पूजन और भोज के माध्यम से धामनोद पुलिस ने समाज को यह संदेश दिया कि नारी शक्ति का सम्मान करना ही सच्ची भक्ति और सच्चा धर्म है।