क्या प्रशासन कर रहा है किसी बड़ी दुर्घटना का इंतज़ार?
तालाब में तब्दील सड़क बनी राहगीरों के लिए खतरा, जनप्रतिनिधि पवन कुमार चीनी ने उठाई आवाज
अनूपपुर।
शहडोल-अनूपपुर जिले के मध्य बन रहे नवनिर्मित रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य अब जनता के लिए सुविधा नहीं, बल्कि संकट का कारण बनता जा रहा है। धीमी गति से चल रहा निर्माण कार्य और प्रशासनिक उदासीनता ने श्रीवास्तव मोड़ से अमलाई-अनूपपुर मुख्य मार्ग को गड्ढों और जलजमाव के कारण एक तालाब में तब्दील कर दिया है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
रास्ता नहीं, हादसे की राह बन गई सड़क
बारिश के बाद इस मार्ग की हालत और भी बदतर हो गई है। जगह-जगह भरे पानी और कीचड़ ने इस रास्ते को दुर्घटनाओं का न्योता देने वाला बना दिया है। छोटे-बड़े वाहन, स्कूली बच्चे, बुजुर्ग, एम्बुलेंस और अन्य यात्री इस मार्ग से रोज गुजरते हैं, लेकिन अब यह मार्ग “सड़क” कम और “खतरा” ज्यादा लगने लगा है।
जनप्रतिनिधि ने जताई चिंता, मांगा तत्काल सुधार कार्य
नगर परिषद बरगवांअमलाई से पार्षद पवन कुमार चीनी ने इस गंभीर समस्या को लेकर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि: यदि समय रहते इस तालाब नुमा सड़क का सुधार कार्य नहीं कराया गया, तो आने वाले समय में कोई बड़ी सामाजिक दुर्घटना होना निश्चित है।”उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग का अविलंब सुधार कार्य प्रारंभ किया जाए, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। और यह मार्ग वार्ड क्रमांक 15 का मुख्य मार्ग है, जहां सैकड़ों की संख्या में मतदाता निवास करते हैं। लेकिन विडंबना यह है कि इन लोगों की समस्याओं की सुध न प्रशासन ले रहा है और न ही ठेकेदार को जवाबदेह बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य लंबे समय से अधर में लटका है और ठेकेदार की धीमी कार्यप्रणाली पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है।
घरों तक पहुंच रहा कीचड़, सांस लेना मुश्किल
स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि अब सड़क से उड़ने वाला कीचड़ स्थानीय निवासियों के घरों तक पहुंचने लगा है। इससे न केवल जनस्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है, बल्कि नागरिकों की दिनचर्या भी बाधित हो रही है। बच्चों का स्कूल जाना, मरीजों का अस्पताल पहुंचना और आपातकालीन सेवाएं सब कुछ प्रभावित हो रहा है।