Breaking News in Primes

श्रमिकों का शोषण या प्रबंधन की मनमानी? शारदा ओपन कास्ट माइंस के सुरक्षा गार्डों ने खोला पोल

0 42

श्रमिकों का शोषण या प्रबंधन की मनमानी? शारदा ओपन कास्ट माइंस के सुरक्षा गार्डों ने खोला पोल

सोहागपुर एरिया::सोहागपुर क्षेत्र स्थित शारदा ओपन कास्ट माइंस (OCM) से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ वर्षों से कार्यरत सुरक्षा गार्डों ने वेतन में अनियमितता, PF में घोटाले, बोनस की चोरी और जबरन दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर जैसी गंभीर शिकायतों के साथ थाना अमलाई में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

इन सुरक्षा कर्मियों का आरोप है कि वे पिछले 6 से 7 वर्षों से SECL के अंतर्गत संचालित शारदा OCM में सेवा दे रहे हैं, जहाँ सुरक्षा का जिम्मा सर्वशक्ति सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है। लेकिन इस कंपनी के ठेकेदार श्री बाबूलाल रजक द्वारा श्रमिकों के साथ निरंतर श्रम कानूनों का उल्लंघन और मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है।

 

शिकायत में लगे गंभीर आरोप

 

वेतन में मनमानी कटौती: हर माह बिना कारण वेतन से कटौती की जाती है और भुगतान में जानबूझकर देरी की जाती है।, न्यूनतम मजदूरी का उल्लंघन: श्रमिकों को Minimum Wages Act, 1948 के तहत तय न्यूनतम वेतन से भी कम भुगतान किया जा रहा है।,PF में गड़बड़ी: कर्मचारियों की भविष्य निधि (PF) की राशि काटी तो जाती है, लेकिन ना तो पासबुक दी जाती है और ना ही PF नंबर की जानकारी।, बोनस की चोरी: Payment of Bonus Act, 1965 के तहत बोनस अनिवार्य होने के बावजूद आज तक किसी को भुगतान नहीं मिला।, जबरन हस्ताक्षर: श्रमिकों से जबरन एडवांस वाउचर और अन्य दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए गए, जो बाद में वेतन कटौती को वैध ठहराने के लिए प्रयोग किए जा रहे हैं।, अनुचित बर्खास्तगी: PF की जानकारी मांगने पर कई कर्मचारियों को गाली-गलौज कर नौकरी से निकाल दिया गया, जो Industrial Disputes Act, 1947 की धारा 25F का स्पष्ट उल्लंघन है।

 

उच्च अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल

 

श्रमिकों का यह भी आरोप है कि जब उन्होंने मिनसोल कंपनी के महाप्रबंधक श्री राम उजागर पांडे से शिकायत की, तो उन्होंने मामले को अनदेखा कर दिया। इससे यह संकेत मिलता है कि यह शोषण उनकी मिलीभगत से हो रहा है।

 

श्रमिकों की माँग

श्रमिकों ने थाना अमलाई को सौंपे गए आवेदन में निम्नलिखित माँगें की हैं:

दोषी ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई

सभी कर्मचारियों को PF की पूरी जानकारी

जबरन दस्तावेज़ों की जाँच और उन्हें अमान्य घोषित करना

नियमानुसार वेतन, बोनस और अवकाश सुनिश्चित करना

न्यायहित में पूर्व में हटाए गए कर्मचारियों की बहाली या मुआवज़ा

 

आंदोलन की चेतावनी

 

श्रमिकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वे संगठित होकर शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी SECL प्रबंधन, मिनसोल कंपनी, एवं सर्वशक्ति सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड की होगी। यह मामला न केवल श्रमिक शोषण का प्रतीक है, बल्कि यह सवाल खड़े करता है कि क्या कोयला उद्योगों में आज भी मजदूरों के अधिकारों को ताक पर रखकर मुनाफे की दौड़ में इंसानियत को कुचला जा रहा है? प्रशासन और श्रम विभाग से माँग की जा रही है कि मामले की निष्पक्ष जाँच कर दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाए।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Don`t copy text!