*गणेश चतुर्थी पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया।*
*ब्लॉक रिपोर्टर ओम सोनी*
बुधवार को नगर सहित पूरे क्षेत्र में श्री गणेश चतुर्थी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शुभ अभिजीत मुहूर्त में गणपति बप्पा की विधि विधान से पूजा-अर्चना और अभिषेक के साथ आकर्षक श्रृंगार हुआ महाआरती के आयोजन की गई और विघ्नहर्ता के जयकारों से पूरा नगर भक्तिमय हो उठा।
नगर के आदिनाथ गणपति चौथमाता मंदिर, चिंतामणि आदिनाथ गणपति मंदिर, जयपुरिया मिल स्थित गणपति मंदिर और पचपहाड़ के खड़े गणेश मंदिर को आकर्षक सजावट से सजाया गया। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी जहां आरती और प्रसाद वितरण का दौर लगातार चलता रहा।
श्री गणेश जी की स्थापना के साथ दस दिवसीय गणपति उत्सव का आगाज हुआ। पंडालों में आकर्षक झांकियों की तैयारियां की गई हैं जिन्हें देखने के लिए शहरवासी बड़ी संख्या में पहुंचेंगे। शहर को जगह-जगह तोरण द्वारों और रोशनी से सजाया गया है।
इस बार कई मंडलों ने पर्यावरण-अनुकूल गणेश प्रतिमाओं को स्थापित कर प्रकृति संरक्षण का संदेश भी दिया है पंडालों के साथ-साथ घर-घर में भी गणेशोत्सव की रौनक देखने को मिल रही है। महिलाओं ने घरों को दुल्हन की तरह सजाया, रंग-बिरंगी रंगोलियां बनाई और प्रसाद स्वरूप मोदक व बेसन के लड्डुओं की खुशबू पूरे मोहल्लों में फैल गई वहीं बच्चों में उत्सव का जोश देखते ही बनता था उनके लिए यह पर्व पूजा के साथ-साथ खुशियों का मेला साबित हुआ।
दोपहर बाद शहर की गलियां और चौक-चौराहे ढोल-ताशों, बैंडबाजों और आतिशबाजी से गूंज उठे हर ओर से ‘गणपति बप्पा मोरया, के नारों के बीच गणेश जी को मंडपों और घरों में विराजमान किया गया। भवानीमंडी में गणेश चतुर्थी केवल धार्मिक उत्सव ही नहीं, बल्कि शहर की सांस्कृतिक विरासत, सामाजिक एकजुटता और असीम भक्ति का प्रतीक बन चुकी है। अगले दस दिन तक शहर भर में भक्ति, उल्लास और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम देखने को मिलेगी।
*फोटो गणेशजी की प्रतिमाओ के आकर्षक श्रृंगार*