अखंड दिव्य ज्योत जुलूस का भव्य आयोजन, श्रद्धा और आस्था से गूंजा क्षेत्र
बागोद अंचल में बुधवार, 27 अगस्त 2025 को सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज की अखंड दिव्य ज्योत का भव्य और दिव्य जुलूस निकाला गया। यह पावन ज्योत सुरसुरा धाम (राजस्थान) से तेजाजी धाम के कार्यकर्ताओं द्वारा पैदल यात्रा कर लाकर क्षेत्र की धरती को पावन करने हेतु पहुंचाई गई।
जुलूस का शुभारंभ प्रातः 10:00 बजे श्रीराम मंदिर, बावी से हुआ, जहाँ भक्तों ने शंख-घंटानाद, ढोल-ताशों, डीजे, पुष्पवर्षा और जयकारों के बीच अखंड ज्योत का मंगलमय स्वागत किया। यात्रा रूपाला, टेमला फाटा, दौलतपुरा फाटा, भवानी माता चौक बागोद होते हुए आगे बढ़ी। प्रत्येक पड़ाव पर श्रद्धालुओं ने आरती कर पुष्पमालाओं से अखंड ज्योत का दिव्य स्वागत किया।
दौलतपुरा फाटा पर मित्र मंडल ने जेसीबी से पुष्पवर्षा कर भक्तिभाव की अनूठी मिसाल पेश की।
भवानी माता चौक, बागोद पर श्याम बाबा मित्र मंडल और सैकड़ों श्रद्धालुओं ने फूल-मालाओं, नृत्य और जयकारों से अखंड ज्योत का अभिनंदन किया।
मार्गभर वातावरण “तेजाजी महाराज की जय” के गगनभेदी नारों से गूंजता रहा। जगह-जगह भक्तजन नाचते-गाते, पुष्पवर्षा करते और भक्ति गीतों में लीन होकर दिव्य वातावरण बना रहे।
जुलूस जब ग्राम बागोद भवानी चौक पहुँचा, बबली के कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर स्वागत किया और उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को स्वल्पाहार कराया।
अंतिम पड़ाव पर दिव्य ज्योत तेजाजी धाम, भिखारखेड़ी पहुँची, जहाँ हजारों भक्तों की उपस्थिति में “तेजल सरकार की जय” के गगनभेदी नारे लगे। विशाल धर्मसभा और सामूहिक आरती संपन्न हुई, जिससे वातावरण पूर्णतः भक्ति और आस्था से सराबोर हो गया।
कार्यक्रम का समापन ग्राम भिखारखेड़ी एवं ग्राम मालियाखेड़ी में सामूहिक आरती और भक्ति गीतों के साथ हुआ। इस अवसर पर पूरा क्षेत्र आस्था, उल्लास और दिव्यता के रंग में डूबा हुआ दिखाई दिया।
पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था सराहनीय
इस विशाल आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाने में पुलिस चौकी बागोद की टीम ने विशेष भूमिका निभाई। चौकी प्रभारी हरिशंकर पंटेल के नेतृत्व में पुलिस बल, ग्राम चौकीदार और सुरक्षा जवानों ने पूरे मार्ग पर लगातार निगरानी रखी। भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक व्यवस्था एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता इंतज़ाम किए गए।
जुलूस के दौरान पुलिस टीम द्वारा जगह-जगह सुरक्षा घेरा बनाकर अनुशासन और शांति व्यवस्था बनाए रखी गई। श्रद्धालुओं की भीड़ को सुचारू रूप से संचालित करने और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचाने में पुलिस का सहयोग महत्वपूर्ण रहा।