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मझौली का लाल किया कमाल, अब इंडियन नेवी में मचाएगा धमाल।

क्षेत्र में हर्ष व उत्साह का माहौल, दोस्त यार मना रहे खुशियां का जस्न।

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मझौली का लाल किया कमाल, अब इंडियन नेवी में मचाएगा धमाल।

 

क्षेत्र में हर्ष व उत्साह का माहौल, दोस्त यार मना रहे खुशियां का जस्न।

 

*अरविंद सिंह परिहार सीधी*

 

दृढ़निश्चय और आत्मविश्वास से परिपूर्ण लक्ष्य किसी कामयाबी के लिए मोहताज नहीं होता ऐसा ही कर दिखाया है आपने एक छोटे शहर मझौली के मध्यम वर्गीय दुवेदी परिवार का लाल जो अब इंडियन नेवी में मचाएगा धमाल।इन्होंने न केवल अपने दृढ़ निश्चय, आत्मविश्वास से भरे लक्ष्य, कठिन परिश्रम से माता-पिता जात- परिवार का नाम रोशन किया है बल्कि मझौली के हर एक नागरिक का व क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

बताते चलें कि मझौली नगर परिषद निवासी तरंग द्विवेदी जो मध्यम वर्गीय परिवार के सदस्य है का चयन 19 वर्ष की आयु में भारतीय नौसेना में हुआ है। तरंग के पिता प्रमोद द्विवेदी शासकीय उचित मूल्य दुकान में विक्रेता है माता अन्यपूर्णा गृहणी,बाबा छोटेलाल द्विवेदी जो शास्त्री जी के नाम से क्षेत्र में जाने जाते हैं सामान्य कृषक है दादी स्व.यशोदा द्विवेदी

ए विशेष सुविधा व संसाधन उपलब्ध करने के लिए सक्षम नहीं थे फिर भी इन्होंने अपने तरफ से जितना भी हो सका सुविधा और संसाधन देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी वही कम सुविधा और संसाधन में अपने दृढ़ निश्चय, आत्मविश्वास से परिपूर्ण लक्ष्य,संस्कार और शिक्षा के बल पर तरंग ने माता -पिता परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इनके इस कामयाबी से पूरे क्षेत्र में हर्ष और उत्साह का माहौल है। दोस्त-यार खुशियां मना रहे हैं।स्थानीय लोगों ने तरंग को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह उपलब्धि न केवल द्विवेदी परिवार बल्कि मझौली और सीधी जिले की शान है। सभी उनके उज्ज्वल भविष्य और देशसेवा में उत्कृष्ट योगदान की कामना कर रहे हैं।

तरंग दुवेदी ने यह कामयाबी पिछले दो वर्षों में प्रयागराज,

दिल्ली में अपने बुआ के पुत्र दिवश, वर्तमान में अपने बड़े भाई जो इंदौर में पढ़ाई कर रहे हैं उमंग द्विवेदी के पास रहकर उनके मार्गदर्शन में प्राप्त की है। इसलिए तरंग अपनी इस उपलब्धि का श्रेय बाबा,माता-पिता, बड़े भाई उमंग , बुआ के लड़के दिवश परिवारजनों तथा माँडफहा माता रानी के आशीर्वाद को देते हैं। साथ गुरुजनों का भी आशीर्वाद को बताया है, जिसके बल पर वे इस मुकाम तक पहुँचे।तरंग द्विवेदी की यह कामयाबी न केवल उनकी उपलब्ध है बल्कि उनके आत्मविश्वास से परिपूर्ण लक्ष्य, दृढ़ निश्चय, कठोर परिश्रम से प्राप्त सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

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