Breaking news: रेलवे से गायब युवती नेपाल से बरामद – रेल SP ने खोले पूरे राज़
देखिए खबर::फिल्मी अंदाज़ में की गई प्लानिंग
Breaking news: रेलवे से गायब युवती नेपाल से बरामद – रेल SP ने खोले पूरे राज़
देखिए खबर::फिल्मी अंदाज़ में की गई प्लानिंग
रेलवे पुलिस ने एक ऐसी कहानी का खुलासा किया है जो किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं
भोपाल, 20 अगस्त 2025 | Primes Tv News डेस्क
रेलवे पुलिस ने एक ऐसी कहानी का खुलासा किया है जो किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं लगती। भोपाल रेलवे स्टेशन से रहस्यमय तरीके से लापता हुई युवती को नेपाल बॉर्डर से सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। मामले का खुलासा रेल एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया।
क्या है पूरा मामला?
7 अगस्त की रात एक युवती ट्रेन से लापता हो गई थी। शुरुआती जांच में अपहरण की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन मामला कुछ और ही निकला।
रेल SP राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि युवती जबलपुर में दो साल और पिछले एक साल से इंदौर में प्रैक्टिस कर रही थी। वहीं उसकी मित्रता सारांश नामक युवक से हुई। दोनों की मुलाकात उसी ट्रेन में आमने-सामने की सीट पर हुई थी।
शादी का दबाव, पढ़ाई का जुनून और भागने की प्लानिंग
6 अगस्त को युवती की सगाई पटवारी से तय कर दी गई थी। परिवार ने पढ़ाई बंद कर शादी करने का दबाव बनाया। लेकिन युवती का पढ़ाई करने का मन था। इसी दौरान ढावे पर सारांश, तेजिंदर (ड्राइवर) और युवती के बीच भागने की योजना बनी।
फिल्मी अंदाज़ में की गई प्लानिंग
तेजिंदर को रेलवे सीसीटीवी के “ब्लाइंड स्पॉट्स” की जानकारी थी। नर्मदापुरम स्टेशन पर ट्रेन में युवती को कपड़े बदले गए। सारांश प्लेटफॉर्म के बाहर इंतजार कर रहा था।
इसके बाद उन्होंने ऐसे रूट चुने जहां टोल नाके नहीं आते। शुजालपुर से निकलकर बुरहानपुर होते हुए एक-दो दिन हैदराबाद में रुके, फिर जोधपुर से काठमांडू (नेपाल) की ओर रवाना हो गए।
नई सिम, नई पहचान और फिर वापसी
काठमांडू पहुंचते ही युवती ने नया सिम कार्ड निकलवाया। वहीं सारांश नेपाल से भारत लौट आया। इस बीच खीरी पुलिस की मदद से युवती को बरामद कर लिया गया।
अंत में पुलिस का निष्कर्ष
SP लोढ़ा ने स्पष्ट किया कि – “अर्चना (युवती) ने सब कुछ सोच-समझकर किया था। उस पर कोई आपराधिक मामला नहीं बनता। कानून के किसी सेक्शन के अंतर्गत उसे दोषी नहीं ठहराया जा सकता।”
यह मामला क्यों है ख़ास?
युवती ने खुद से फैसला लिया
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई
अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को पार करने की रणनीति
समाजिक दबाव बनाम व्यक्तिगत स्वतंत्रता की टकराहट