हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
*कौशांबी।* पश्चिम शरीरा कोतवाली क्षेत्र के पूरब शरीरा निवासी ज्योति केसरवानी पत्नी छंगू लाल अपने बेटे बहू और परिवार के साथ मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के पुलिस चौकी टेवा अंतर्गत बाजार में मकान में निवास कर रही थी 20 जुलाई को मंझनपुर कोतवाली पुलिस ने बल प्रयोग कर पूरे परिवार को घर से निकाल करके ज्योति केसरवानी के घर में ताला बंद कर दिया परिवार के लोग काफी देर तक पुलिस चौकी मंझनपुर कोतवाली से लेकर पुलिस अधिकारियों की चौखट पर कोतवाली पुलिस के आतंक अत्याचार से निजात दिलाने की फरियाद करते रहे लेकिन कोतवाली पुलिस के अत्याचार पर व्यापारी परिवार को मदद नहीं मिल सकी और अत्याचार तानाशाही करने वाली कोतवाली पुलिस पर कार्यवाही नहीं हुई जिससे पीड़ित व्यापारी का परिवार उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिदिन मंडल के प्रांतीय महामंत्री रमेश अग्रहरि से मिला उन्होंने एसडीएम से बात की एसडीएम ने आश्वासन भी दिया कि व्यापारी का मकान नहीं खाली होगा लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने जबरिया व्यापारी का मकान खाली करवा दिया जिस पर फिर पीड़ित व्यापारी परिवार रमेश अग्रहरि से मिला न्याय न मिलने पर रमेश अग्रहरि ने व्यापारी से कहा कि वह मुख्यमंत्री से अपनी फरियाद करें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चौखट पर छोटे-छोटे बच्चों को लेकर पूरा व्यापारी परिवार पहुंचा है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंझनपुर कोतवाली पुलिस के आतंक अत्याचार की कहानी बताते हुए न्याय की फरियाद की है मुख्यमंत्री ने उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है अब सवाल उठता है कि आतंक अत्याचार कर जिस मकान में पुलिस ने ताला लगा लिया है क्या वह मकान फिर से व्यापारी परिवार को मिल पाएगा या फिर कानूनी पचड़े में फंसा करके व्यापारी परिवार के मकान में ताला बंद रहेगा व्यापारी परिवार के साथ पुलिस ने कानून नियम के विपरीत उसके घर में ताला लगाया है जो पुलिस को अधिकार नहीं था आतंक की हद यही तक नहीं हुई व्यापारी को घर से निकाल दिया है उसकी पूरी गृहस्थी उसी घर में रखी हैव्यापारी ने आशंका जताई है कि सोना चांदी जेवर अनाज बर्तन कपड़ा मोबाइल पुलिस लूट ले गई है आतंक करने वाली मंझनपुर कोतवाली पुलिस अपने को देश का सर्वोच्च समझने लगी है और तानाशाही कर वह खुद फैसला सुनाने लगी है जिससे कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही है और पुलिस वर्दी शर्मसार हो रही है।