बड़ी खबर: हफ्ता भर पहले ही उठवा लेंगे- सीधी सांसद
PWD मंत्री ने कहा बोलने से सड़क नहीं बन जाती है
वीडियो बनाकर सरकार से कहा : सड़क बना दो, डिलिवरी तक पैदल नहीं चल सकती!
सीधी । जब सीधी में लीला साहू ने गांव में सड़क न होने पर वीडियो बनाकर सरकार से कहा : सड़क बना दो, डिलिवरी तक पैदल नहीं चल सकती! तो उम्मीद थी कि सिस्टम जागेगा! लेकिन जवाब में सांसद राजेश मिश्रा ने जो कहा, वो शर्मनाक है: “चिंता मत करो, डिलिवरी डेट बताओ..हफ्ता पहले उठवा लेंगे!” यह भाषा किसी गुंडे की नहीं एक चुने हुए सांसद की है, सड़क तो नहीं बनी, संवेदना भी मर गई!
*सड़क नहीं दी, डिलीवरी की डेट पूछ ली*
आम तौर पर तो यही उम्मीद की जाती है कि अगर किसी गांव में सड़क नहीं है, तो बन जानी चाहिए। अगर किसी ने वीडियो बनाकर अपनी पीड़ा बताई है, तो अब तो काम शुरू हो ही जाना चाहिए। लेकिन सीधी से भाजपा सांसद राजेश मिश्रा ने ऐसी दलील दे दी कि सड़क तो छोड़िए, कोई कंकड़ तक न मांगे।
सांसद महोदय से जब इस पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि चिंता की क्या बात है। हमारे पास एंबुलेंस है, अस्पताल है, हर इलाके में आशा कार्यकर्ता हैं। अगर कोई ऐसी बात है, तो आकर अस्पताल में भर्ती हो जाओ। डिलीवरी की एक डेट होती है, उससे पहले उठवा लेंगे। राजेश मिश्रा ने कहा कि सड़क हम नहीं बनाते, इंजीनियर बनाता है।
वहीं राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह दो कदम और आगे बढ़ गए। उन्होंने कहा कि अगर कोई वीडियो बना देगा, तो इसका मतलब ये नहीं कि हम सीमेंट-कंक्रीट या डंपर लेकर पहुंच जाएंगे। कोई कुछ भी पोस्ट कर देगा, तो क्या हम मान लेंगे। अब लीला साहू के गांव में सड़क बने या न बने, ये वो कहावत सच ही हो गई कि भारत में राजनीति दो ही चरणों में होती हैं- चुनाव के पहले नेता जनता के चरणों में और चुनाव के बाद जनता नेता के चरणों में।