भवानी मंडी में मुनि द्वय निष्पक्ष सागर संघ का हुआ भव्य मंगल प्रवेश
नगरवासियो ने कौमी एकता की मिसाल की पेश
संवादाता ओम सोनी
भवानीमंडी में आचार्य विद्यासागर महाराज के परम प्रभावी शिष्य मुनिद्वय 108 निष्पक्षसागर व निस्पृहसागर महाराज का गुरुवार को नगर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ जिसकी अगवानी रामनगर के नंदूबाई शंकरलाल आदर्श विद्या मंदिर से भव्य चल समारोह के साथ प्रारंभ हुई जिसमें ढोल, बैंड, बाजे, बग्घी, हाथों में कलश लिए चल रही बालिका मंडल, छतरी कलश के साथ चल रहे महिला मंडल, आष्टा से आए हुए दिव्योदय जयघोष द्वारा किया गया वादन वेदपाठी बालकों द्वारा किया गया शंखनाद व स्वस्ति वाचन आकर्षण के प्रमुख केंद्र रहे। मार्ग में कई स्थानों पर नगरवासियों द्वारा मुनिद्वय का पाद प्रक्षालन एवं आरती की गई। मुनिद्वय के स्वागत हेतु मार्ग को कई स्वागत द्वारों व रंगोली कलाकारों द्वारा संपूर्ण मार्ग को आकर्षक रंगोली से सजाया गया। शोभायात्रा आबकारी चौराह, बालाजी चौराह, स्टेशन तिराह होते हुए श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पहुंची जहां जिनेंद्र दर्शन के पश्चात शोभायात्रा का मेड़तवाल धर्मशाला में समापन हुआ।
कौमी एकता की मिसाल पेश की
नगर में मुनिद्वय के आगमन पर जैन समाजजन सहित नगरवासियों द्वारा मुनिद्वय का पाद प्रक्षालन व आरती कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया, वही इस दौरान श्री आदिनाथ चौथ माता मंदिर कमेटी, मुस्लिम समाज, श्री भवानीश्वर शिवालय मंदिर कमेटी, श्वेतांबर जैन समाज सहित नगरवासियों द्वारा महाराजश्री को श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया।