सृजन कार्यक्रम बच्चों, किशोरों और युवाओं विशेष रूप से हाशिये के समूहों के बच्चों के लिए बनाया
पुलिस अस्पताल सभा कक्ष में हुआ सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ
सृजन कार्यक्रम बच्चों, किशोरों और युवाओं विशेष रूप से हाशिये के समूहों के बच्चों के लिए बनाया
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पुलिस अस्पताल सभा कक्ष में हुआ सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ
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बैतूल। किशोर बालक-बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस समूह की सामुदायिक पुलिसिंग विंग द्वारा यूनिसेफ और सामाजिक संगठन के साथ मिलकर सृजन कार्यक्रम का संचालन संपूर्ण मध्य प्रदेश में किया जा रहा है।
जिले में सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया के मार्गदर्शन में बुधवार को पुलिस अस्पताल सभा कक्ष में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से एडिशनल एसपी कमला जोशी, बैतूल बाजार थाना प्रभारी, अंजना धुर्वे, खेल एवं युवा कल्याण विभाग से महेन्द्र सोनकर, वन स्टाप प्रभारी अनामिका तिवारी, रक्षित निरीक्षक दिनेश धुर्वे, समाजसेवी तुलिका पचौरी, निमिषा शुक्ला, हेमा सिंह चौहान उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा सरस्वती माता के छायाचित्र के समक्ष में दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना कर किया गया। सृजन कार्यक्रम के जिले मे संचालित करने के उद्देश्य पर संस्था सचिव श्रीमती रेखा गुजरे ने बताया कि सृजन कार्यक्रम बच्चों, किशोरों और युवाओं विशेष रूप से हाशिये के समूहों के बच्चों के लिए बनाया हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को फिटनेस, आत्म रक्षा, स्वास्थ्य, शारीरिक प्रशिक्षण, जूडो, कराटे, मार्शल आर्ट्स, कैरियर गाईडेंस, कौशल विकास के प्रति जागरूक कर सशक्त बनाया जाएगा।
—सोशल मीडिया प्लेटफार्म से दूरी बनाये रखे—
पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया द्वारा जिले में ट्रैफिकिंग की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा की जिले में नाबालिक बालिकाओं के ट्रैफिकिंग का रेशो बढ़ता जा रहा है, जो एक चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी बताया कि किस तरह घर से जाने के बाद एवं उन्हें किस-किस प्रकार के दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बालिकाओं को आत्मा विश्वास के साथ अपनी अलग पहचान बनाने की बात कही और कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म से दूरी बनाये रखे, क्योंकि उसमे खराब कंटेंट के कारण बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। बच्चे गलत दिशा मे जा रहे हैं, जो एक चिंता का विषय है। संस्थाओं के सहयोग से चलाए जा रहे अभियान के द्वारा जिले में ट्रैफिकिंग में कुछ स्थिति तक सुधार आया है। जिसमें और कार्य करने की आवश्यकता है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमला जोशी ने कहा सृजन कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों में नये क्रियेटीविटी करना, बच्चों को पुलिस विभाग एवं अन्य विभाग के साथ जूड़ने का अवसर मिलेगा। सृजन कार्यक्रम 18 दिवसीय गतिविधि है, जिसमें प्रतिदिन 1 घंटा इन्डोर और 1घंटा आउटडोर गतिविधि होगी। जिसमें विषय विशेषज्ञों के द्वारा अलग-अलग विषयों पर जानकारी मिलेगी।
—सृजन कार्यक्रम से बच्चों में बढ़ेगा आत्मविश्वास—
बैतूल बाजार थाना प्रभारी अंजना धुर्वे ने कहा कि सृजन कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाना जो गरीब तबके और हसीए के समूह के बच्चे हैं। वन स्टार प्रभारी अनामिका तिवारी ने कहा कि आज भी ऐसे बहुत सारे बच्चे जो स्कूल नहीं जाते हैं, जिस कारण वह पढ़ने वाले बच्चों से बिना दिखाई देते हैं हमें उन बच्चों को भी शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए। साथ ही हर बच्चे को अपने अधिकार के प्रति जागरूक रहना चाहिए। साथिया वेलफेयर से जितेंद्र प्रजापति द्वारा बताया गया कि सृजन के माध्यम से बच्चों में नवाचार लाना, उन्हें नशा जैसे चीजों से दूर रखना है। उन्होंने यह भी बताया कि सृजन कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों में काफी कुछ बदलाव आयेगा। इस कार्यक्रम का संचालन चारू वर्मा एवं दीपमाला खातरकर ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की रूप रेखा संस्था समन्वयक सुनिल कुमार के मार्गदर्शन में बनाई गई और सहयोगी भुमिका, रवि शंकर चवारे, विशाल आर्य, राकेश मन्नासे पुनम अतुलकर, ज्योति बागवे की रही।