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कौशाम्बी: जिलाधिकारी ने की मनरेगा/स्वतः रोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण),गौशाला, सिंचाई, नलकूप एवं आईजीआरएस की समीक्षा

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News By- हिमांशु उपाध्याय

पशु चिकित्साधिकारियों द्वारा चारागाह की भूमि चिन्हित करने के सम्बन्ध में घोर लापरवाही बरतने पर सभी का वेतन रोकने एवं सभी द्वारा जनपद में निवास न करने पर उनका आवासीय भत्ता रोकने के निर्देश

कौशाम्बी: बैठक में जिलाधिकारी ने जीरो पार्वती में चिन्हित परविरों का जल्द से जल्द 100 प्रतिशत सत्यापन कराकर उन्हें लाभान्वित कराने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत जिन लाभार्थियों को आवास का पैसा प्राप्त हो चुका है और उन्होंने अभी तक बिना किसी कारण के आवास का निर्माण नहीं करवाया है, ऐसे लाभार्थियों को चिन्हित कर अधिकारी स्वयं लगकर उनके आवास के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करायें एवं ऐसे भी लाभार्थियों को चिन्हित करें जो पैसा प्राप्त होने के बाद भी निर्माण कार्य में रूचि नहीं लेना चाहते हैं तो ऐसे लाभार्थियों के विरूद्ध आरसी जारी कर वसूली की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। उन्हांने कहा कि नये आवासों के लाभार्थियां के सर्वे का कार्य किया जा रहा है, यह ध्यान रखें कि कोई भी पात्र व्यक्ति छूटना नहीं चाहिए, सभी पात्र लाभाथियां को आवास अवश्य उपलब्ध कराया जाय। उन्हांने कहा कि गॉव-गॉव जाकर लोंगो से या प्रधानों से मिलकर पात्र लाभार्थियों को आवास दिलाने का कार्य सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा किया जाय।

जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की विस्तृत समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक ग्राम पंचायतों में महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन करें, जिससे गरीब परिवारों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास हो सकें। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की नियमित साप्ताहिक बैठक करते हुए उनको नियमित साप्ताहिक बचत, आन्तरिक लेनदेन, साप्ताहिक ़ऋण वापसी एवं अभिलेखों का नियमित रख-रखाव के सम्बन्ध में जानकारी दी जाय। महिला समूहों के गठन के सम्बन्ध में खण्ड विकास अधिकारी चायल, मूरतगंज एवं सरसवा द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष गठन कम पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शो-काज नोटिस जारी करने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि वि़द्युत सखी, बैक सखी एवं समूहों के साथ लगातार बैठक करें।

जिलाधिकारी ने गौशाला की समीक्षा करते हुए सभी बी0डी0ओ0 को गंगा/यमुना के किनारे स्थित सभी ग्राम पंचायतों में जगह चिन्हित करते हुए गौशाला बनाये जाने के निर्देश दिए, उन्होंने  कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए सभी गौशालाओं में पर्याप्त पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। जिलाधिकारी द्वारा पिछली बैठक में जनपद के सभी पशु चिकित्साधिकारियों को चारागाहा की भूमि का क्षेत्रफल बढ़ायें जाने के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया था, लेकिल सभी द्वारा घोर लापरवाही की गई है, इस सम्बन्ध में ठोस कार्यवाही नहीं की गई, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी पशु चिकित्साधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दियें। इसके साथ ही सभी पशु चिकित्साधिकारियां द्वारा जनपद में निवास न करने पर उनका आवासीय भत्ता रोकने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दियें। उन्हांने कहा कि सभी पशु चिकित्साधिकारियों द्वारा गौ-आश्रय स्थलों का निरीक्षण करते हुए उसकी लोकेशन उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि जहॉ पर भी चारागाह की व्यवस्था न बन पा रही हो, अन्य स्थानों पर चिन्हित कर कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि गर्मी के दृष्टिगत गौ-आश्रय स्थलों में पानी एवं छाया आदि की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। यदि कहीं से किसी भी गौशाला में किसी गोवंश की मृत्यु लापरवाही के कारण हेती है, तो सम्बन्धित पशु चिकित्साधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेंगी। उन्हांने कहा कि भूसा दान के लिए लोगों से मिलकर भूसा दान करने के लिए प्रेरित करें।

बैठक में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई को निर्देशित करते हुए कहा कि नहरें समय से चलें एवं नहरों में टेल तक पानी पहुॅचें, इस सम्बन्ध में नहरों की साफ-सफाई का कार्य करा लिया जाय। उन्होंने जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन अमृत सरोवरों में अभी तक पानी भरवाने का कार्य नहीं कराया गया है, उनमें जल्द से जल्द पानी भरवाया जाय।

जिलाधिकारी ने नलकूप की समीक्षा के दौरान अधिशासी अभियंता नलकूप को निर्देशित करते हुए कहा कि जहॉं कहीं पर भी नलकूपों का रिबोर होना बाकी हो, उसका तत्काल रिबोर कराने की कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गांवो में लगातार भ्रमण कर नलकूपों का निरीक्षण करते रहें, जहॉ कहीं पर भी नलकूपों के मरम्मत की जरूरत है, तत्काल मरम्मत कार्य कराकर नलकूपों को चालू कराया जाय।

जिलाधिकारी ने आई0जी0आर0एस0 की समीक्षा के दौरान आई0जी0आर0एस0 के अन्तर्गत प्राप्त शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण एवं समयान्तर्गत करने के भी निर्देश दिए। खण्ड विकास अधिकारी चायल एवं मूरतगंज द्वारा आई0जी0आर0एस0 की शिकायतों के सम्बन्ध में गलत आख्या प्रस्तुत करने पर  जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए दोनों अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दियें। उन्होंने सभी अधिकारियां को निर्देशित करते हुए कहा कि शिकायतकर्ताओं से बात करते हुए उनकी शिकायतों का निस्तारण समयान्तर्गत सुनिश्चित किया जाय, किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाय। उन्होने अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को स्वयं देखकर उनका निस्तारण करें, किसी भी स्तर पर शिकायतों को लम्बित न रहने दें एवं शिकायतकर्ता का फीडबैक अवश्य लें।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री अजीत कुमार श्रीवास्तव, प्रभागीय वनाधिकारी श्री रामसिंह यादव एवं सभी विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।

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