अध्यात्मिक भक्ति शक्ति से भगवान खुद भक्तों तक खिंचे चले आते हैं –दण्डी महाराज
भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का हुआ समापन, विशाल भंडारा आज।
अध्यात्मिक भक्ति शक्ति से भगवान खुद भक्तों तक खिंचे चले आते हैं –दण्डी महाराज
भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का हुआ समापन, विशाल भंडारा आज।
सीधी/धौहनी राघवेंद्र द्विवेदी
नियन्ताकी कालजयी दृष्टि से कलुपित चेतना को शुद्ध करने के लिए मझौली की पावनधरा में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानामृत ज्ञान यज्ञ दंण्डी संन्यासी बालयोगी अनंत श्री विभूषित परमहंस परिब्राजकाचार्य निर्भयानंद सरस्वती प्रतिवाद भयंकर आचार्य जी महाराज धर्म संघ काशी के सानिध्य में वार्ड वार्ड क्रमांक 12 नगर परिषद मझौली थाना के पीछे संचारित भागवत कथा में आज सतवे दिन आज 16अप्रैल को कथा का समापन सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष कथा पाठ व पूर्णाहुति के संपन्न हुआ।कथा का रसपान कथा व्यास परम श्रद्धेय नागेंद्र किंकर ध्रुव जी द्वारा सुमधुर ध्वनि में अमृत रुपी वाणी से कराया गया।
वही कथा के अन्त में भागवत कथा के सार को समझाते हुए दंण्डी संन्यासी बालयोगी अनंत श्री विभूषित परमहंस परिब्राजकाचार्य निर्भयानंद सरस्वती प्रतिवाद भयंकर आचार्य जी महाराज धर्म संघ काशी ने अपने अमृत रुपी वाणी में कहा गया कि
अध्यात्मिक भक्ति शक्ति से भगवान भक्तों तक खुद खिंचे चले आते हैं, गोपियों में श्री कृष्ण के प्रति अध्यात्मिक भक्ति व सच्चा प्रेम था जो श्री कृष्ण को उन तक खींच लाया करता था। सच्चा प्रेम और अध्यात्मिक भक्ति शक्ति एक दूसरे के समानार्थी है जैसे मानव में यदि सच्चा प्रेम,लगाव हो तो कैसे भी मिलने आ जाते हैं।इसी तरह भक्ति की अध्यात्मिक भक्ति शक्ति भगवान को उन तक खींच लाती है।इस लिए भक्तों को लगन व सच्चे मन से भगवान की भक्ति करनी चाहिए। दिखावे में कुछ नहीं रखा है।
बताते चलें कि कथा का भव्य शुभारंभ विगत 10 अप्रैल गुरुवार को विशाल कलश शोभा यात्रा निकाल किया गया।जहां प्रतिदिन जिले के गणमान्य नागरिकों के साथ दूर दराज से हजारों की संख्या में पहुंच महिला पुरुष लोग सच्चे मन ,लगन से कथा श्रवण कर आनंदित होते रहे। जिसका समापन आज 16 अप्रैल को सुदामा चरित्र,परीक्षित मोक्ष कथा पाठ व पूर्णाहुति से किया गया
कल 17 अप्रैल दिन गुरुवार को हवन पूजन व विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा।
आयोजक धर्म प्रेमी गणों द्वारा लोगों से भण्डरे का प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ प्राप्त करने की अपील की गई है।
*जब कथा स्थल में जमकर लगे ठुमके*
भागवत कथा में उस समय हर्षित उत्साहित हो उठे तथा जमकर ठुमके लगाए जब 15 अप्रैल को संपन्न हो रहे रुक्मणी विवाह के समय बनारस उत्तर प्रदेश से आए भजन गायक विवेक तिवारी, गणेश गिरी(आर्गन प्लेयर), द्वारा रिपून्जय तिवारी तबला वादक, मनीष पाण्डेय पैड वादक, तथा अन्य कई कलाकारों के सहयोग से “आज मेरे श्याम की शादी है, घनश्याम की शादी है” की जबरदस्त विवाह गीत की प्रस्तुति दी गई जिस गीत में लोगों ने जमकर ठुमके लगाए,तथा पटाखे फोड़े।