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बेरोजगारी की समस्या की जकड़ में है रायसेन के युवा -जिला कांग्रेस संगठन प्रभारी शैलेंद्र पटेल,होटल अमोघ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्थानीय मुद्दों और जनसमस्याओं को लेकर भाजपा के नेताओं जनप्रतिनिधियों पर खड़े किए कई सवाल

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बेरोजगारी की समस्या की जकड़ में है रायसेन के युवा -जिला कांग्रेस संगठन प्रभारी शैलेंद्र पटेल,होटल अमोघ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्थानीय मुद्दों और जनसमस्याओं को लेकर भाजपा के नेताओं जनप्रतिनिधियों पर खड़े किए कई सवा

*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*

 

रायसेन। रायसेन के कई युवा पढ़े-लिखे और टेक्निकल ज्ञान होने के बावजूद भी बेरोजगार जैसी समस्या से परेशान है उन्हें रोजगार के कोई साधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं ।बल्कि सत्ताधारी सरकार के नेता जनप्रतिनिधिमजे में है। और बेरोजगार नौकरी की तलाश में दर-दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर हैं। डॉ मोहन सरकार का रोजगार सबमिट मीट सिर्फ एक बेरोजगार युवाओं के लिए छलावा है। यह बात रविवार को दोपहर होटल अमोघ में जिला कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला संगठन प्रभारी शैलेंद्र पटेल ने कहीं।

इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता शैलेंद्र पटेल कांग्रेस नेता डॉ जीसी गौतम ,सिद्धार्थ मौर्य,सह संगठन प्रभारी विष्णु विश्वकर्मा जिला मीडिया प्रभारी जावेद अहमद खान जितेंद्र मिश्रा आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।

उन्होंने आगे कहा कि वैसे ही मध्य प्रदेश का रायसेन जिला अत्यधिक पिछड़ों में गिना जाता है या शिक्षित बेरोजगार युवाओं की भरमार है लेकिन उन्हें रोजगार की कोई साधन उपलब्ध नहीं है शासकीय अधिकारी कर्मचारी भी यहां रहना पसंद नहीं करते बल्कि भोपाल से विदिशा से आपदा करते नजर आते हैं जबकि रायसेन जिला विश्व धरोहर सांची भीमबेटका भोजपुरी शिव मंदिर जैसे पर्यटन स्थल मौजूद है इसके बावजूद भी सत्ताधारी सरकार के जन्म प्रतिनिधियों की उदासीनता और अनदेखी की वजह से युवाओं को बेरोजगारी की मार झेलना पड़ रही है। इससे साफ जाहिर होता है की सरकारों की कहीं ना कहीं सिस्टम में कमजोरी है। जबकि रायसेन जिला राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का प्रतिनिधित्व का क्षेत्र है। विदिशा क्षेत्र की पूर्व सांसद एवं केंद्रीय विदेश मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज यहां से प्रतिनिधित्व करते हुए विकास का खाता तैयार कर रायसेन को रेल लाइन से जोड़ने का वादा किया था सुषमा स्वराज ने रायसेन को भोपाल और खजुराहो से जोड़ने का भी घोषणा की थी। जिसमें रायसेन बेगमगंज क्षेत्र का सर्वे कर लिया गया था ।लेकिन समय के कुचक्र ने भाजपा की नेत्री सुषमा स्वराज को ही छीन लिया था। समय के साथ सब भूल गए और भाजपा नेता सुषमा स्वराज की वादे की रेल अभी तक पटरी पर नहीं आ पाई। मैं अब विदिशा के वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मैं यह अपील करता हूं कि आपकी भाजपा नेत्री स्वराज का किया हुआ वादा जल्द पूरा करें ।अन्यथा कांग्रेस भाजपा के खिलाफ सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेगी।

हो रहा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ शोषण….

जिला संगठन प्रभारी शैलेंद्र पटेल ने आगे कहा कि रायसेन जिले के स्वास्थ्य केदो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल में सफाई कर्मियों के साथ लगातार शोषण और अत्याचार हो रहा है जिला कांग्रेस कमेटी ने इसमें गहरी नाराजगी जताई है उन्होंने बताया कि मार्च 20 24 में वीना अवकाश के 30 दिन कारी करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारी गैरतगंज बरेली सिलवानी देवरी उदयपुरा और सांची ब्लॉक के स्वास्थ्य कर्मियों सफाई कर्मियों से मार्च 20-20 में पूरे 31 दिन काम कराया गया इसमें एक भी साप्ताहिक अवकाश नहीं मिला यह न केवल श्रम कानून का उल्लंघन है बल्कि मानव अधिकारों की दृष्टि से नींद नहीं है रसोई घर के कर्मचारी को वेतन ठेके पर ठेकेदार से मिल रहा है। उनसे काम तो पूरा लिया जा रहा है। लेकिन कलेक्ट्रेट रेट के रुपए अधिकारी और ठेकेदार मिलजुलकर हजम कर रहे हैं। यह श्रम कानून का सरेआम उल्लंघन है ।बल्कि मानव अधिकारों की दृष्टि से निर्णय ठीक नहीं भी है वेतन में भारी गड़बड़ी विसंगति है ओवर टाइम का भुगतान नहीं होता। रायसेन कलेक्टर को इस मामले में हास्यव कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करना चाहिए कर्मचारियों को मात्र ₹8000 प्रतिमा वेतन मिल रहा है जबकि श्रम आयोग का आदेश है कि 30 दिसंबर 20 2024 के अनुसार कुशल श्रमिक का न्यूनतम वेतन 12460 होना चाहिए यानी प्रति कर्मचारी 4460 हर महीने कटवाने को मजबूर है यह रकम उसकी जेब से जा रही है यह गहन जांच का बिंदु है। कंपनी और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत उजागर होती है इंदौर की एक प्रथम नेशनल सिक्योरिटी कंपनी और स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की मिली भगत से उनके साथ लगातार शोषण हो रहा है कर्मचारियों को लगातार डराया और धमकाया जाता है मीडिया से बात करने पर नौकरी से निकलने की सरेआम धाम की दी जाती है जिनके भरोसे अस्पताल चमकते हैं उनका जीवन अंधेरे में आखिर क्यों है ।बड़े दुख की बात है जो कर्मचारी अस्पतालों की साफ स्वच्छ और सुंदर भी बनाते हैं। दिन-रात मेहनत करते हैं। वही शोषण के शिकार हो रहे हैं ।यह सिर्फ एक प्रशासनिक असफलता नहीं। बल्कि नैतिक दिवालियापन का मामला भी है। इसलिए जिला कांग्रेस में मांग करती है कि इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए जिला स्वास्थ्य अधिकारियों पर वित्तीय अनियमित में संत की जांच की जाए और एजेंसी को ब्लैक स्टेट की जाए उसके खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज किया जाए सभी सफाई कर्मचारियों को बकाया वेतन व ओवर टाइम का भुगतान किया जाए भविष्य में श्रम कानून का पालन सुनिश्चित किया जाए।उन्होंने चेतावनी देते हैं कहा कि अगर दोषियों को समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर कर आंदोलन शुरू करेगी।

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