जन अभियान परिषद जन-जन का अभियान बन रही है: केंद्रीय मंत्री श्री दुर्गादास उइके
सम्बन्धों पर आधारित विकास परिषद का ध्येय है : मोहन नागर
जन अभियान परिषद जन-जन का अभियान बन रही है: केंद्रीय मंत्री श्री दुर्गादास उइके
सम्बन्धों पर आधारित विकास परिषद का ध्येय है : मोहन नागर
स्वैच्छिक संगठनों की कार्यशाला भारत भारती में
बैतूल 01 मार्च 2025 मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद की समृद्धि योजनान्तर्गत स्वैच्छिक संगठनों की एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ भारत भारती संस्थान के सभागृह में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि केंद्रीय जनजाति राज्य मंत्री श्री दुर्गादास उइके, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष (राज्य मन्त्री दर्जा) श्री मोहन नागर ने भारत माता के चित्र समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर जी ने केन्द्रीय मंत्री जी का स्वागत किया। इस अवसर पर परिषद के टास्क मैनेजर श्री सैयद शाकिर अली जाफरी सीए एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्री सुनील हिराणी उपस्थित थे।
अपने उद्बोधन में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री उइके ने कहा कि समाज कार्य मे स्वैच्छिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के माध्यम से मध्यप्रदेश में एनजीओ बड़ी संख्या में सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन कर सेतु का कार्य कर रहे है। शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इसका प्रयास कर रहे हैं। आज जन अभियान परिषद अपने कार्यों से जन-जन का अभियान बन गई है।
परिषद के उपाध्यक्ष श्री नागर ने इस अवसर पर कहा कि एनजीओ के माध्यम से समाज की उन्नति के दो मॉडल चल रहे हैं। उसमें एक मॉडल पाश्चात्य मॉडल है जो अनुबन्ध आधारित विकास के आधार पर कार्य करता है। योजना के पूर्ण होने पर वे समाज से नाता तोड़ देते हैं। किन्तु हमारा भारतीय मॉडल सम्बन्धों पर आधारित विकास है, जो योजना पूर्ण होने के बाद भी समाज से सम्पर्क बनाकर रखते हैं व इनके सुख दुःख में सहभागी बनते हैं। मध्यप्रदेश इसी भारतीय मॉडल के आधार पर कार्य करने वाला संगठन है ।
स्वयंसेवी संगठनों की संरचना और प्रबंधन एनजीओ रजिस्ट्रेशन 1973 धारा 27 व 28, 80 जी, 12 ए के अलावा वार्षिक प्रतिवेदन साधारण सभा की बैठक, प्रबंधन कार्यकारिणी बैठक एवं अन्य दस्तावेजीकरण, सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के बारे में चार्टर्ड अकाउंटेंट एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्री सुनील कुमार हिरानी एवं नमन सेवा समिति से श्री शिशिर चौधरी द्वारा स्वैच्छिक संगठनों की संरचना एवं प्रबंधन विषय पर विस्तृत जानकारी दी।
संभाग समन्वयक नर्मदापुरम श्री कौशलेश तिवारी ने सामाजिक अंकेक्षण एवं उसके प्रभाव आकलन पर विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला की रूपरेखा जिला समन्वयक श्रीमती प्रिया चौधरी ने प्रस्तुत की व सत्र का संचालन श्री अरविन्द माथनकर ने किया। इस कार्यशाला में प्रशिक्षण में विकासखण्ड समन्वयक श्रीमती जयप्रकाशी परते, श्रीमती राधा बरोदे, श्रीमती मधु चौहान, श्री संतोष सिंह राजपूत, श्री विकास कुमरे, लेखापाल श्री रूपेश भूमरकर ,डाटा एंट्री ऑपरेटर श्री दिनेश पंवार एवं बैतूल जिले के 80 स्वैच्छिक संगठन सहभागिता कर रहे हैं। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।