जिला पंचायत सदस्य रामनाथ बैगा 5 सालों से जनता से रहे दूर, इसबार उनके पुत्र वधु पूर्णिमा लाला सिँह बैगा को डी.डी.सी पद हेतु चुनावी मैदान बी.जे.पी. ने खेला दाव… क्या जनता को दिए गय जख्मो को भूल पाएगी या फिर लेगी बदला???
जिला पंचायत सदस्य रामनाथ बैगा 5 सालों से जनता से रहे दूर,
इसबार उनके पुत्र वधु पूर्णिमा लाला सिँह बैगा को डी.डी.सी पद हेतु चुनावी मैदान बी.जे.पी. ने खेला दाव…
क्या जनता को दिए गय जख्मो को भूल पाएगी या फिर लेगी बदला???
जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 16 से कई डीडीसी प्रत्याशी निकलकर सामने आए है जिसमें मुख्य तीन नाम शामिल है। मनियारो गणेश राठिया, सरोज कृपाराम राठिया और पूर्णिमा लाला सिँह बैगा । जिसमें से रामनाथ बैगा पिछले 10 सालों से जिला पंचायत सदस्य है। जिसके बाद वर्तमान मे चुनाव डीडीसी ना लड़कर डीडीसी चुनाव लड़ने के लिए अपने ही पुत्र वधु पूर्णिमा लाला सिँह बैगा को तयार किये हैं। वही वह अपने आप में आस्वस्थ है की उन्हें जनता का अच्छा समर्थन मिलेगा। पर पिछले दस सालों का कार्यकाल कुछ और ही बया करते हुए नज़र आ रहा है। अगर इनके कार्यकाल को ध्यान से देखा जाए तब ऐसी कोई ख़ास उपलब्धि नज़र नहीं आएगी जिसको देख जनता इनके पक्ष में आए। जिला पंचायत सदस्य की जिम्मेदारी बहुत बड़ी जिम्मेदारी मानी जाती है क्युकी पूरे क्षेत्र का विकास कार्य इन्ही के हाथों में होता है। अगर अपनी कर्त्तव्य का पालन करते हुए जनता की भलाई के लिए कार्य करें तब क्षेत्र में ऐसा विकास देखने को मिलेगा जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता पर विकास की नैया डामाडोल करते हुए ज़ब जिम्मेदार व्यक्ति जनता छोड़ अपने ही भलाई पर ध्यान दे तब क्षेत्र की जनता त्रस्त होंगी। ऐसे में जनता ने पिछले 10 साल जिस को अपने सेवा करने के लिए जिम्मेदारी दी थी
ये मैं नहीं जनता कह रही है इनके चुनावी क्षेत्र अंतर्गत आयसे अनेक गाँव आती है जंहा आज भारतीय जनता पार्टी कि डबल इंजन सरकार होने के बाद भी गाँव कि जनता बिजली, पानी, नदी नालो मे पुलिया, सड़क मोबाईल टावर, के लिए कोसो दूर नजर आते दिख रहे हैँ
अगर वही जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरते तब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या जनता इनके दिए जख्मों को भूल पाएगी…. क्या..?? फिर से बीजेपी समर्थित जिला पंचायत सदस्य हेतु पूर्णिमा लाला सिँह को मौका देती है… या फिर लेगी बदला,,,,
अगर ऐसा हुए तब इससे अन्य प्रत्याशियों को जबरदस्त फायदा होता दिखाई पड़ेगा।