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*मझौली थाना में दर्ज हुआ नगर अध्यक्ष के भतीजे पार्षद पर मामला* *फर्जी रसीद बनवाकर कराई जा रही थी वसूली दो और बने आरोपी*

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*मझौली थाना में दर्ज हुआ नगर अध्यक्ष के भतीजे पार्षद पर मामला*

 

*फर्जी रसीद बनवाकर कराई जा रही थी वसूली दो और बने आरोपी*

अरविंद सिंह परिहार सीधी

 

मझौली नगर परिषद के अध्यक्ष और कुछ पार्षदों के बीच विवाद अक्सर सुर्खियों में रहता है। लेकिन इस बार नगर परिषद के अध्यक्ष के भतीजे हितेश गुप्ता पार्षद एवं उसके दो साथियों का कारनामा सुर्खियों में बना है।इन पर धोखाधड़ी एवं कूटरचना का अपराध मझौली थाने में पंजीबद्ध किया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पार्षद हितेश गुप्ता द्वारा फर्जी रसीद बनवाकर नगर में वसूली कराई जा रही थी जिसकी शिकायत नगर परिषद सीएमओ से की गई थी तो उन्होने पूरे मामले की जांच कराई जहां शिकायत सत्य पाई गई जिसके बाद उन्होने एफआईआर दर्ज करने मझौली थाना को पत्र लिखा था जिसके बाद मझौली थाने में तीनो के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है। बताया गया है कि शिकायतकर्ता प्रदीप सिहं सोनबंशी ने मुख्य नगर परिषद अधिकारी के नाम से इस आशय से शिकायत की गई थी कि नगर परिषद क्षेत्र में कई व्यक्ति बिना शील मोहर के रसीद के माध्यम से बसूली करने लगे है। लोग मनमानी ढंग से रसीद छपवा कर बसूली कर रहे है, कृपया इसे बंद किया जाय। उक्त शिकायत पत्र की जांच के आधार पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद मझौली द्वारा 25 नवंबर को अनावेदक सूर्यांश तिवारी पिता कमलेश कुमार तिवारी निवासी टेंकर के पास से अनाधिकृत रूप से फर्जी रसीद क्रमांक 82 एवं नगर परिषद मझौली द्वारा जारी रसीद क्रमांक 14 प्राप्त जप्त कर पंचनामा तैयार किया गया था। जो दस्तावेजो व शिकायत आवेदन के आधार पर प्राथमिक जांच के दौरान बयान दर्ज किये गये साथ ही विना शील मोहर की भरी हुई जारी रसीद जप्त की गई। सूर्यांश तिवारी एवं राजेश उर्फ हरिओम तिवारी फर्जी रसीद कट्टा से पैसे की बसूली कर उक्त पैसो को पार्षद हितेश गुप्ता को देते थे। संपूर्ण प्राथमिक जांच में दस्तावेजो के अवलोकन, साक्षियो के कथन एवं जप्त सुदा फर्जी रसीद के अवलोकन से आरोपी हितेश गुप्ता, सूर्यांश तिवारी एवं राजेश उर्फ हरिओम तिवारी द्वारा छल पूर्वक कूट रचित दस्तावेज तैयार कर अबैध बसूली करना पाया गया है। जो प्रथम दृष्टया उक्त आरोपियो के द्वारा अपराध धारा 318(4)338,336,(3) 340(2) 3(5) बीएनएस का अपराध घटित करना पाया गया है। अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

*आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है हितेश*

पार्षद बनने के बाद से लगातार हितेश विवादों में रहे हैं पूर्व में जहां मारपीट सहित अन्य मामलों में नाम सामने आया है। अब इनके ऊपर नकली पर्ची बनवाकर वसूली करवाने के मामले में मामला भी दर्ज किया गया है। लगातार इनके द्वारा व्यापारी संघ का धौंस दिखाकर प्रशासन के ऊपर दबाव बनाया जाता रहा है लेकिन सीएमओ नगर परिषद के पत्र के बाद हितेश सहित उनके साथियों पर मामला दर्ज किया गया है।

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