वर्षों से बंद है बाईपास रोड का काम, कीचड़,धूल का दन्स झेल रहे शिक्षक व हजारों छात्र।
*अरविंद सिंह परिहार सीधी*
मामला सीधी जिले के मझौली उपखंड का है जहां जिम्मेदारों की निष्क्रियता एवं संविदाकार की मनमानी स्कूली बच्चों व शिक्षकों को परेशानी में डाल रखा है।वर्षों पूर्व से बन्द बायपास रोड के कीचड़ व धूल का दन्स क्षेत्र के नामी-गिरामी स्कूल शासकीय मॉडल एवं सीएम राइज उत्कृष्ट विद्यालय के हजारों छात्र-छात्राओं के साथ स्कूली शिक्षक भी झेल रहे हैं।
बता दें कि यह कार्य लोक निर्माण विभाग से टेंडरिंग के माध्यम से संविदाकार कराया जा रहा है। जिस कार्य को दो वर्ष पूर्व प्रारंभ किया गया था ।लेकिन रोड खुदाई कर पुलिया निर्माण एवं मिट्टी डाल भले ही चाहे भारी भरकम राशि आहरित कर ली गई हो। पर इस रोड का वर्षों से बंद पड़ा काम स्कूली बच्चों और शिक्षकों के लिए मुसीबत बना हुआ है। एक ओर जहां ठंडी एवं गर्मी में धूल खानी पड़ रही है वहीं बरसात के समय में पानी ,कीचड़ की बैतन्नी पार करनी पड़ती है। जिसका खबर भी प्राइम टीवी न्यूज़ चैनल के साथ कई समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जा चुका है।
खबर प्रकाशित होने पर जिले के अधिकारियों के फटकार के बाद भले ही बड़े बड़े गड्ढों में मिट्टी मुरूम डाल नाम चार कर कार्य प्रारंभ होना दिखाया जाता हो पर समस्या से निजात दिलाने कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
वही सीएम राइज भवन का निर्माण कार्य भी इससे अछूता नहीं है आधी अधूरी रोड निर्माण कर बच्चों के आने जाने में व्यवधान उत्पन्न कर तथा अक्सर शैक्षणिक समय में कार्य प्रारंभ किया जाकर शैक्षणिक कार्य में भी व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। हाल ही में प्रकाशित खबर पर एक-दो दिन शांति का वातावरण रहा अब पुनः ही संविदाकार के कर्मचारी मनमानी पूर्ण रवैया अपना रहे है।
जहां वर्षों से समस्या का सामना कर रहे छात्र एवं शिक्षकों में अब आक्रोश उत्पन्न होता देखा जा रहा है। नाम न जाहिर करते हुए समाचार के माध्यम से स्कूली छात्र शिक्षक जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग किए हैं कि बायपास रोड में उत्पन्न कीचड़ से निजात दिलाते हुए भवन निर्माण कार्य जो मशीनों एवं बहनों से किया जाता है अवकाश के समय व रात्रि में कराया जाए ताकि शैक्षणिक व्यवस्था में कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो।