वार्डों में कोई हाथ से हवा करने को मजबूर तो कोई घर से ला रहा पंखा
जिला अस्पताल में उपचार करवाना है तो झेलना होगा प्रचंड गर्मी का दंश
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
फोटो कैप्शन फोटो01-रायसेन की महिला दो दिन से भर्ती जिसे गर्मी के कारण घर से पंखा मंगवाना पड़ा।
फोटो कैप्शन फोटो 02-,पुरुष वार्ड में भर्ती अजय के लिए भी परिजन घर से पंखा लेकर पहुंचे।
फोटो कैप्शन03-वार्ड में मरीज को गर्मी में राहत के लिए हाथ से हवा करती महिला
रायसेन।नौतपों मेँ इन दिनों प्रचंड गर्मी का दौर चल रहा है। मौसम विभाग ने गर्मी को लेकर अलर्ट तक जारी कर रखा है। नवतपा के दौर में जब भट़्टी की तरह शहर तप रहा है तो भी अस्पताल में मरीजों को गर्मी से राहत के लिए माकूल इंतजाम नहीं किए गए है। जिला अस्पताल के अलग-अलग वार्डो में भर्ती मरीजों के बीच हालात ऐसे है कि कही परिजन हाथ से हवा करने को मजबुर है तो कही पर घरों से पंखा लेकर पहुंच रहे है। अस्पताल के जो पंखे लगे है वह चल भी रहे है तो हवा नहीं दे रहे है। वार्डो में संख्या भी अधिक है। एक पलंग पर एक से अधिक लोग है और पहले से ही गर्मी की अधिकता है, ऐसे में गर्मी भी अधिक लग रहे है।
परिजनों के सामने बड़ी चुनौती यह है कि मरीज को हवा कर राहत दे या खुद के लिए कही पर राहत की हवा ढूंढे, लेकिन कुछ भी संभव नहीं हो रहा है। जिला अस्पताल में एक मरीज को तीन से चार दिन भर्ती रखा जा रहा है। अधिकांश मरीज उल्टी-दस्त व लू तेज बुखार की चपेट वाले ही इन दिनों भर्ती है और इन्हें उपचार कराने के लिए प्रचंड गर्मी का ताप भी मजबुरी में सहना पड़ रहा है। इनके साथ उनके परिजनों को भी अस्पताल में गर्मी के बीच कड़ी परीक्षा देना पड़ रही है। बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन को मरीजों की इस परेशानी से कोई सरोकार नहीं है। कही पर एसी कूलर-पंखे बंद भी है तो उन्हें कोई देखने वाला नहीं। कही पर दान में आए कुलर चल भी रहे है तो ऐसे कि वह गर्मी में सुकून भरी हवा भी नहीं दे पा रहे है। इसी कारण अस्पताल में मरीजों के साथ परिजनों को पंखे कपड़ों को घर से अपने साथ लाना मजबूरी बन गया है।i.