जेसीबी और फोकलेन से नर्मदा नदी से अवैध उत्खनन : सीहोर खनिज विभाग का संरक्षण ?
नर्मदा नदी से अवैध रेत उत्खनन रोकने के बजाय दे रहे खुली छुट !
क्या मनोहरपुरा घाट पर अवैध रेत उत्खनन में सीहोर जिलें के राजस्व और खनिज विभाग का है हिस्सा ?
नर्मदा नदी के घाट सात देव में धड़ल्ले से चल रहा रेत का अवैध उत्खनन
मनीष कुमार राठौर 8109571743
सीहोर / भोपाल । मध्यप्रदेश का सीहोर जिला जहां सबसे ज्यादा नर्मदा नदी का दोहन किया जाता है क्योंकि जिलें के अंदर से गुजरने वाली नदी में रेत की मात्रा अधिक है इसके कारण कई वर्षो से इसका ठेका भी महंगे दाम पर जाता था जबकि अब रेत माफियाओं ने सिंडीकेट बना कर काम चालू कर दिया है जिससे टेंडर में प्रतियोगिता के नाम पर साठगाठ से प्रदेश में ठेके लिए जा रहे है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की नर्मदा नदी में रात दिन फोकलेन मशीन से अवैध उत्खनन किया जा रहा है जिसमें कंपनी के ठेकदार नियमों को तक पर रखकर धड़ल्ले से नदियों का सीना चीर रहे है । क्या राजस्व विभाग की कार्यवाही के नाम पर मुंह दिखाई करता है ? क्या सीहोर कलेक्टर को है अवैध रेत उत्खनन की जानकारी है ? रेत के अवैध उत्खनन से सरकार को करोड़ों के राजस्व की हानी पहुंचने वाले ठेकेदार को किस प्रकार से सीहोर जिलें का राजस्व विभाग अपनी गोद में बैठा कर पाल रहा है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है की कार्यवाही के लिए टीम जाती है और चुनिंदा जगह से वापस आ जाती है, जिससे सांप भी न मारे और लाठी भी न टूटे इस मुहावरे को सिद्ध करते हुए कार्यवाही करना सीहोर खनिज विभाग का काम है ।
अगले अंक में देखिए – सातदेव घाट पर हुई कार्यवाही की सच्चाई
सातदेव में खनिज विभाग का दोहरा चरित्र, कार्यवाही करने गई टीम लौटी खाली हाथ
आखिर कौन अधिकारी, कर्मचारी गए थे सातदेव कार्यवाही करने ?
सातदेव में अवैध रेत उत्खनन खुला छोड़ क्यों आए अधिकारी ?
क्या साठ गांठ कर लौट आए सीहोर जिलें खनिज विभाग के अधिकारी ?