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बैतूल स्वास्थ्य विभाग का अटैचमेंट घोटाला – किसके इशारे पर ?

अटैचमेंट का खेल – ग्रामीण क्षेत्रों में पद खाली, मुख्यालय पर भीड़

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बैतूल स्वास्थ्य विभाग का अटैचमेंट घोटाला – किसके इशारे पर ?

 

अटैचमेंट का खेल – ग्रामीण क्षेत्रों में पद खाली, मुख्यालय पर भीड़

 

जनता का सवाल – मुख्यमंत्री के आदेश का मजाक क्यों बना रहे हैं विभागीय अधिकारी ?

 

मनीष कुमार राठौर

8109571743

बैतूल। जिले के स्वास्थ्य विभाग में “अटैचमेंट” का खेल अब खुलकर सामने आने लगा है। नियम और मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद, बैतूल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय में ब्लॉक स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों को वर्षों से मनमाने ढंग से अटैच कर रखा गया है। इससे गांव और ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं, लेकिन मुख्यालय का माहौल “सेटिंग-गेटिंग” के कारण गुलजार है। ग्रामीण अंचल के भैंसदेही, भीमपुर, शाहपुर, सिहोरा, घोड़ाडोंगरी सहित अन्य ब्लॉकों में स्वास्थ्य विभाग के कार्यालयों और अस्पतालों में स्टाफ की भारी कमी है। लेकिन जो कर्मचारी और अधिकारी वहां काम करने चाहिए, वे अपने प्रभाव और साठगांठ के दम पर जिला मुख्यालय बैतूल में वर्षों से अटैचमेंट में बैठे हैं। कंप्यूटर ऑपरेटर, डॉक्टर से लेकर अधिकारी, कर्मचारियों सहित अन्य महत्वपूर्ण पोस्ट तक मुख्यालय में “भीड़” बनाकर रखी गई है।

 

ट्रांसफर के बाद भी नहीं हटा अटैचमेंट

 

जानकारी के अनुसार इस वर्ष हुए तबादलों के बाद भी कुछ कर्मचारियों के अटैचमेंट आदेश रद्द नहीं किए गए। नियम के अनुसार, ट्रांसफर के बाद खाली पड़े पदों पर इन्हें भेजा जाना चाहिए था और अटैचमेंट को तत्काल समाप्त कर दिया जाना चाहिए था। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वयं पूर्व में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि राज्य के सभी विभागों में अटैचमेंट खत्म किए जाएं, लेकिन बैतूल जिले के स्वास्थ्य विभाग में इन आदेशों को दरकिनार कर दिया गया।

 

सेटिंग-साठगांठ से बिगड़ा सिस्टम

 

स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि कई कर्मचारी और अधिकारी अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके जिला मुख्यालय में रहना चाहते हैं। नतीजा यह है कि ब्लॉकों में सेवाएं प्रभावित हैं और मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा। जनता में आक्रोश – कार्रवाई की मांग, ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों का कहना है कि

सीएमएचओ कार्यालय को मुख्यालय का अड्डा बनाकर रखा गया है, जबकि गांव के अस्पताल खाली पड़े हैं। मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन हो और तुरंत अटैचमेंट खत्म किए जाएं।

 

 

सीएमएचओ ऑफिस में अटैच लगभग इतने वर्ष से अधिकारी कर्मचारी

 

1. भीमराव लोखंडे लेखपाल आठनेर से हैं लगभग 1 वर्ष

2. संजय दुबे सहायक ग्रेड 2 मलेरिया ऑफिस लगभग 1 वर्ष

3. अभिजीत जलतारे ऑपरेटर अमला से लगभग 5 वर्ष

4. सुनील charde ऑपरेटर पट्टन लगभग 5 वर्ष

5. सतीश धुर्वे वाटर मैन घोड़ाडोंगरी लगभग 1 वर्ष

6. रामदास नागले वार्ड बॉय सेहरा लगभग 5 वर्ष

7. प्रकाश खातरकर वार्ड बॉय सेहरा लगभग 5 वर्ष

8. संतोष धामाने भृत्य भैंसदेही लगभग 4 वर्ष

9. संजय गावंडे भृत्य सेहरा लगभग 4 वर्ष

10. राजकुमार साहू ऑपरेटर घोड़ाडोंगरी लगभग 4 वर्ष

11. तरुण मोहबे में ऑपरेटर भीमपुर लगभग 3 वर्ष

12. भगत सिंह उइके BEE शाहपुर लगभग 1 वर्ष

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